Edited By Ajay kumar,Updated: 26 Apr, 2020 08:26 AM
कोरोना वायरस के कहर और लॉकडाउन के बीच मुसलमानों का रमजान का पाक महीना शनिवार से शुरू हो गया है। शुक्रवार को चांद देखा गया और इसी के साथ ही रमजान की घोषणा हो गई।
रामपुर: कोरोना वायरस के कहर और लॉकडाउन के बीच मुसलमानों का रमजान का पाक महीना शनिवार से शुरू हो गया है। शुक्रवार को चांद देखा गया और इसी के साथ ही रमजान की घोषणा हो गई। इस पाक महीने की शुरुआत के बीच रमजान शुरू होने पर नमाजियों ने सुबह 4:14 मिनट पर शहरी खाई और देर शाम 6:47 पर अफ्तारी के बाद घर से ही नमाज अदा की गई। ऐसे में प्रशासन भी अपनी पूरी कोशिश में जुटा हुआ है जिससे रमजान माह में किसी भी नमाजी को किसी प्रकार की कोई दिक्कतों का सामना ना करना पड़े। साथ ही जिला प्रशासन द्वारा बनाये गए कंट्रोल रूम पर आने वाले जरुरी समान की मांगों को जल्द से जल्द लोगों को उसकी उपलब्धता कराई जा सके।
घरों पर नमाज अदा करें बेहतर होगा: मौलाना जमील अहमद
इस पाक माह में मौलाना जमील अहमद (शहर काज़ी टाण्डा) ने बताया कि नमाज अल्लाह की इबादत है। शरीयत जो कहती है कि जमात से नमाज पढ़ो तो जमात से पढऩा अफजल है। मौजूदा हालात का तकाजा ये है कि घरों में नमाज अदा किया जाए। सामाजिक अप्सरा बरकरार रखा जाए तो सेहत से मुत्तलिक तदावेद इख्तियार करना बहुत जरुरी है उस पर अमल करना चाहिए। लिहाजा घरों पर नमाज अदा करना यही हमारे लिए अफसर होगा। हां, मस्जिदें भी वीरान ना हों उसके लिए जो इंतिजामिया ने कहा है कि तीन-चार आदमी होने चाहिए। उससे नमाज होती रहे वो भी मुनासिफ फासले के साथ तो इस तरह मस्जिदें भी आबाद रहेंगी और हमारे घर भी आबाद हो जाएंगे। बाकी लोग सारे के सारे घरों पर नमाज अदा करें यही उनके लिए बेहतर होगा।