Edited By Mamta Yadav,Updated: 11 Jun, 2025 03:01 PM

इंदौर में हुए राजा रघुवंशी हत्याकांड के मुख्य आरोपी की पहचान फतेहपुर जिले के रामपुर गांव के रहने वाले राज कुशवाहा के रूप में हुई है। राज कुशवाहा का परिवार गाजीपुर थाना क्षेत्र के रामपुर गांव में रहता है। उसके पिता की चार साल पहले मौत हो चुकी थी, राज...
Fatehpur News, (मो.यूसुफ): इंदौर में हुए राजा रघुवंशी हत्याकांड के मुख्य आरोपी की पहचान फतेहपुर जिले के रामपुर गांव के रहने वाले राज कुशवाहा के रूप में हुई है। राज कुशवाहा का परिवार गाजीपुर थाना क्षेत्र के रामपुर गांव में रहता है। उसके पिता की चार साल पहले मौत हो चुकी थी, राज के पिता फल की आढ़त में काम करते थे। राज की मां और बहन दस दिनों ही में शादी समारोह में भाग लेने के लिए गांव आई थीं। राज की मां और बहन ने अपने ननिहाल में शादी में भाग लिया था, जबकि राज इस अवसर पर गांव में नहीं आया था।

राज को किसी झूठे मामले में फंसाने की कोशिश की जा रही
परिवार का कहना है कि राज इस मामले में बेगुनाह है और उसे झूठे आरोपों में फंसाया जा रहा है। राज की दादी ने उसे निर्दोष बताते हुए यह आरोप लगाया है कि राज को किसी झूठे मामले में फंसाने की कोशिश की जा रही है। वहीं, राज की बड़ी बहन काजल, जो गांव में रहकर पढ़ाई कर रही थी, अपने चाचा के साथ इंदौर रवाना हो गई है। इस घटना के बाद से गांव में यह मामला चर्चा का विषय बन गया है, और अब पुलिस मामले की गंभीरता से जांच कर रही है। राज की गिरफ्तारी को लेकर आगामी कार्यवाही जारी है।

राजा की पत्नी सोनम रघुवंशी मुख्य आरोपी और साजिशकर्ता
बता दें कि राजा रघुवंशी की हत्या के चारों आरोपियों ने जुर्म स्वीकार कर लिया है। पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि उन्होंने राजा रघुवंशी की हत्या की है और हत्या के बाद उनका शव एक गहरी खाई में फेंक दिया था। इंदौर क्राइम ब्रांच ने आरोपियों के इस कबूलनामे की पुष्टि की, जिसमें राजा की पत्नी सोनम रघुवंशी मुख्य आरोपी और साजिशकर्ता बताई जा रही है। सबसे पहला वार विशाल उर्फ विक्की ठाकुर ने राजा पर किया था। आरोपियों ने बताया कि वे इंदौर से ट्रेन के जरिये पहले गुवाहाटी गए और वहां से शिलॉन्ग पहुंचे। इंदौर से डायरेक्ट ट्रेन न होने के कारण उन्हें कई ट्रेनें बदलनी पड़ीं ताकि वे मेघालय पहुंच सकें। इस पूरे समय राज कुशवाह इंदौर में ही था, लेकिन उसने विशाल, आकाश और आनंद नाम के तीन आरोपियों को मेघालय में खर्च के लिए लगभग 40-50 हजार रुपए दिए थे। हत्याकांड के समय सोनम रघुवंशी भी वहां मौजूद थी।