Edited By Tamanna Bhardwaj,Updated: 12 Jan, 2019 05:39 PM
समाजवादी पार्टी (सपा) और बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के गठबंधन को अपवित्र करार देते हुये प्रगतिशील समाजवादी पार्टी (लोहिया) ने शनिवार को कहा कि आगामी लोकसभा चुनाव में उनकी पार्टी कांग्रेस के साथ समझौता कर सकती है...
लखनऊः समाजवादी पार्टी (सपा) और बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के गठबंधन को अपवित्र करार देते हुये प्रगतिशील समाजवादी पार्टी (लोहिया) ने शनिवार को कहा कि आगामी लोकसभा चुनाव में उनकी पार्टी कांग्रेस के साथ समझौता कर सकती है।
पार्टी प्रवक्ता सीपी राय ने पत्रकारों से कहा कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के दवाब में अस्तित्व में आया यह गठबंधन परोक्ष रूप से लोकसभा चुनाव में भाजपा को फिर सरकार बनाने में मदद करेगा बल्कि दलित राजनीति की आड़ में पैसा उगाहने वाली बसपा अध्यक्ष मायावती की उनकी इस कृत्य में मदद करेगा। पर्दे के पीछे वास्तव में इस गठबंधन में भाजपा भी शामिल है। सपा बसपा और भाजपा की इस तिकड़ी को जनता हरगिज बर्दाश्त नहीं करेगी।
उन्होंने कहा कि भाजपा जैसे सांप्रदायिक दल को सत्ता से हटाने के लिये प्रसपा कटिबद्ध है और इसके लिये कांग्रेस समेत अन्य धर्म निरपेक्ष दलों से बातचीत की प्रक्रिया जारी है। उन्होने कहा कि कांग्रेस ही देश की इकलौती पार्टी है जो भाजपा का विकल्प बनेगी। सभी धर्म निरपेक्ष ताकतों को कांग्रेस के साथ मिलकर लड़ाई लडऩी होगी।
पार्टी संस्थापक शिवपाल सिंह यादव को लेकर मायावती की टिप्पणी पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुये राय ने कहा ‘‘ दलितों की छद्म राजनीति करने वाली मायावती को दौलत की बेटी की संज्ञा से नवाजा जाता है। उन्हे हर तरफ पैसा नजर आता है। भाजपा को धूल चटाने के इरादे से यादव ने पार्टी का गठन किया है ना कि उनकी तरह सत्तारूढ़ दल के दवाब में आकर सपा से हाथ मिलाने को मजबूर किया।’’
सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव के प्रति हमदर्दी जताते हुये उन्होने कहा कि यादव आज आयोजित संवाददाता सम्मेलन में लीडर से ज्यादा रीडर नजर आ रहे थे। मायावती के समक्ष अखिलेश की आत्मसमर्पण जैसी मुद्रा का अंदाज निश्चित ही सपा समर्थकों को रास नहीं आया होगा।