Edited By Ruby,Updated: 07 Jul, 2018 12:22 PM
उत्तर प्रदेश के नगर विकास मंत्री सुरेश कुमार खन्ना ने कहा कि‘प्रधानमंत्री आवास योजना (शहरी) के तहत बनाए जा रहे आवासों में लापरवाही करने वाले अधिकारी या कन्सलटेन्ट को किसी भी दशा में बक्शा नहीं जाएगा..
लखनऊः उत्तर प्रदेश के नगर विकास मंत्री सुरेश कुमार खन्ना ने कहा कि‘प्रधानमंत्री आवास योजना (शहरी) के तहत बनाए जा रहे आवासों में लापरवाही करने वाले अधिकारी या कन्सलटेन्ट को किसी भी दशा में बक्शा नहीं जाएगा।
खन्ना ने शुक्रवार को अधिकारियों एवं कन्सलटेन्ट के प्रतिनिधियों की समीक्षा बैठक में यह बात कही। उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री आवास योजना (शहरी) प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अत्यन्त महत्वाकांक्षी योजना है जिसके माध्यम से गरीबों को अपने मकान में रहने का सपना पूरा किए जाने का संकल्प है इस योजना में लाभार्थी को आवास के लिए 2.50 लाख रूपये सीधे खाते में दिये जा रहे है। ऐसा किसी भी सरकार में पहली बार किया जा रहा है कि लाभर्थी के खाते में सीधे धनराशि ट्रांसफर की जा रही है।
बैठक में खन्ना द्वारा प्रधानमंत्री आवास योजना (शहरी) की अपेक्षानुसार प्रगति न होने कारण काफी असंतोष व्यक्त करते हुए कहा कि किस कमी के कारण लाभार्थियों को पैसा नहीं दिया जा रहा है जबकि भारत सरकार द्वारा पैसा उपलब्ध कराया जा चुका है। खन्ना ने बताया कि मानवीय दृष्टिकोण अपनाते हुए योजना के तहत कार्य किया जाए जिससे गरीबों को उनका अपना हक मिल सके।
उन्होंने परियोजना अधिकारी एवं सहायक परियोजना अधिकारियों तथा समस्त कन्सलटेन्ट को चेतावनी देते हुए कहा कि प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत जिन लाभार्थियों की जियो-टैगिंग हो चुकी है उनके खाते में तत्काल धनराशि अंतरित कर दी जाये। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री आवास योजना की पूर्ण जिम्मेदारी संबंधित जिले के परियोजना अधिकारी/सहायक परियोजना अधिकारी की होगी यादि कोई परियोजना अधिकारी/सहायक परियोजना अधिकारी निर्धारित समय-सीमा में कार्य संपादित नहीं कर पाए तो जो परियोजना अधिकारी एवं संबंधित कन्सलटेन्ट के विरूद्ध कड़ी कार्रवाई करते हुए एफआईआर भी दर्ज कराई जाएगी।