Edited By Ajay kumar,Updated: 24 Dec, 2019 10:29 AM
उत्तर प्रदेश पुलिस के एक से एक कारनामे आए दिन सामने आते रहते हैं, वहीं एक युवक जगरनाथ उपाध्याय की जूते से पिटाई का मामला सामने आया है। दुखद है...
महाराजगंजः उत्तर प्रदेश पुलिस के एक से एक कारनामे आए दिन सामने आते रहते हैं, वहीं एक युवक जगरनाथ उपाध्याय की जूते से पिटाई का मामला सामने आया है। दुखद है कि पुलिस की पिटाई से आहात होकर युवक ने खुद को आग लगा लिया। गोरखपुर मेडिकल कॉलेज में इलाज के दौरान सुबह उसकी मौत हो गई।
बता दें कि जगरनाथ शीतलापुर गांव का रहने वाला जगरनाथ दिव्यांग था। मृतक के भाई अमरनाथ ने आरोप लगाया है कि पड़ोसी से हुए मामूली विवाद में पुलिस उसे थाने लेकर आई थी, जहां दारोगा ने उसकी जूते से पिटाई कर दी. इससे आहत होकर उन्होंने पेट्रोल डालकर खुद को आग लगा ली। 90 फ़ीसदी झुलस चुके जगरनाथ को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया था। जहां से उसकी गंभीर हालत को देखते हुए गोरखपुर मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया गया था। हालांकि, उन्हें बचाया नहीं जा सका।
थाना प्रभारी बिहागड़ सिंह का कहना है कि दिव्यांग को थाने बुलाकर केवल समझाया गया था, मारपीट का आरोप निराधार है। वहीं, SP रोहित सिंह सजवान का कहना है कि पूरे मामले की जांच कराई जा रही है। पिटाई की बात सही निकली तो दोषी पर कार्रवाई की जाएगी।
दिव्यांग के भाई अमरनाथ उपाध्याय ने बताया कि जगरनाथ (24) का पड़ोस की एक महिला से सोमवार सुबह झगड़ा हो गया था। महिला ने मारपीट का आरोप लगाते हुए थाने में तहरीर दी थी। पुलिस ने दोपहर बाद जगरनाथ को थाने बुलाकर पीटा। आरोप है कि एक दारोगा ने जूते से उसकी पिटाई की, इस घटना से दिव्यांग काफी आहत था। शाम करीब सात बजे घर पहुंचने पर उसने अपने ऊपर पेट्रोल डालकर आग लगा ली।