Edited By Ajay kumar,Updated: 31 Dec, 2019 12:47 PM
नागरिकता संशोधन कानून को लेकर हुई हिंसक विरोध में पॉपुलर फ्रंट ऑफ़ इंडिया का हाथ सामने आया है। इसकी पुष्टी उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने...
लखनऊः नागरिकता संशोधन कानून को लेकर हुई हिंसक विरोध में पॉपुलर फ्रंट ऑफ़ इंडिया का हाथ सामने आया है। इसकी पुष्टी उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने की है। उन्होंने कहा कि PFI के लोगों ने ही हिंसा फैलाई है, सिमी संगठन ने भी इसमें सह दिया है। जल्द ही प्रस्ताव लाकर सरकार की तरफ से प्रतिबंध लगाया जाएगा। डीजीपी ओपी सिंह ने बैन करने का प्रस्ताव शासन को भेजा है।
किसी भी प्रकार का देशद्रोही आचरण बर्दाश्त नहीं किया जाएगा
केशव प्रसाद ने कहा कि सिमी पर बैन लगने पर इस संगठन ने PFI का नाम बदलकर नया वेष धारण करके हिंसा को अंजाम दिया। जांच में ये बात सामने भी आ रही है। इस प्रदेश में किसी भी प्रकार का देशद्रोही आचरण बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। इस बात को ध्यान में रखते हुए कि सिमी किसी भी रूप में प्रकट होगा तो उसे कुचल दिया जाएगा।इसे प्रतिबंधित करने के प्रस्ताव पर कम चल रहा रहा है जल्द ही इसे प्रतिबंधित किया जाएगा।
PFI प्रदेश अध्यक्ष वसीम अहमद पहले ही हो चुका है गिरफ्तार
बता दें कि बीते दिनों UP के 21 जिलों में हुए हिंसक प्रदर्शन में PFI का नाम सामने आया था। जिसके बाद PFI के प्रदेश अध्यक्ष वसीम अहमद, कोषाध्यक्ष नदीम अहमद और डिविजनल प्रेसीडेंट अशफ़ाक लखनऊ में गिरफ्तार भी हुए थे। बताया जा रहा है कि सीएए व एनआरसी का विरोध, धारा 370, अयोध्या पर फैसले, तीन तलाक जैसे मुद्दों के बहाने हिंसा को अंजाम दिया गया।
यूपी में पिछले एक साल से तेजी से सक्रिय हो रहा है PFI
विवादित संगठन PFI पिछले एक साल से यूपी में तेजी से सक्रिय हो रहा था। लखनऊ, बाराबंकी, बहराइच, हरदोई, लखीमपुर खीरी, सीतापुर, शामली, बिजनौर, मुजफ्फरनगर, मेरठ, हापुड़, गाजियाबाद, अलीगढ़ में पीएफआई के लोग संगठन को विस्तार देने में लगे हुए हैं। हालांकि बाराबंकी, सीतापुर, मुजफ्फरनगर, बिजनौर और मेरठ में पीएफआई के लोगों के खिलाफ मुकदमे भी दर्ज हुए। मामलों में पुलिस ने जांच के बाद फाइनल रिपोर्ट लगा दी है।