Edited By Deepika Rajput,Updated: 08 Jul, 2018 02:50 PM
ताजनगरी आगरा में एक बड़े सत्संग समागम में अंधविश्वास की शिकार 45 साल की महिला ने अपनी साड़ी का फंदा बनाकर पंडाल की बल्ली से बांधा और उस पर लटक गई। गनीमत रही कि पास बैठे लोगों ने उसे बचा लिया।
आगराः ताजनगरी आगरा में एक बड़े सत्संग समागम में अंधविश्वास की शिकार 45 साल की महिला ने अपनी साड़ी का फंदा बनाकर पंडाल की बल्ली से बांधा और उस पर लटक गई। गनीमत रही कि पास बैठे लोगों ने उसे बचा लिया।
घटना शुक्रवार दोपहर की है। आगरा के यमुना ब्रिज की रहने वाली महिला मलपुरा क्षेत्र में गांव भांडई में सत्संग सुनने के लिए गई थी। अचानक महिला खड़ी हो गई और उसने अपनी साड़ी उतारनी शुरू कर दी। वहां मौजूद लोग कुछ समझ पाते, तब तक महिला पास में रखी कुर्सी पर चढ़ गई और साड़ी का एक सिरा उसने ऊपर लगी बल्ली से बांध दिया और इसके बाद उसी साड़ी का फंदा बनाया और गले में डालकर कुर्सी को गिराकर उससे लटक गई।
यह देखते ही सत्संग में हड़कंप मच गया। लोगों ने तुरंत उसे पैरों से थामा और नीचे उतार लिया। लोगों ने उससे पूछा कि वह ऐसा क्यों कर रही है, उसने कहा कि वह मुक्ति चाहती है, उसे प्रभु की शरण में जाना है। वह लगातार कह रही थी कि मुझे मत बचाओ, मैं मर नहीं रही हूं, मुक्त हो रही हूं। इस पर लोगों ने पुलिस बुला ली। पुलिस ने महिला को समझाया कि ऐसा करना अपराध है।