Edited By Punjab Kesari,Updated: 25 Jul, 2017 04:44 PM
मुर्दे कभी भी काम नहीं कर सकते हैं, लेकिन उत्तर प्रदेश में इटावा के जसवंतनगर इलाके के....
इटावा: मुर्दे कभी भी काम नहीं कर सकते हैं, लेकिन उत्तर प्रदेश में इटावा के जसवंतनगर इलाके के खेडा बुजर्ग गांव में मुर्दों से एक सड़क का निर्माण करा सबको हैरत में डाल दिया है।
इटावा की जिलाधिकारी सेल्वा कुमारी ने बताया कि खेडा बुजर्ग ग्राम पंचायत में सड़क निर्माण में कुछ ऐसे मजदूरों से काम लेना प्रकाश में आया है जिनकी मृत्यु हो चुकी है। उन्होंने बताया कि पूरे मामले के संज्ञान में आने के बाद मुख्य विकास अधिकारी को इस मामले की जांच करने के आदेश दिए गए हैं। जल्द ही दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
उधर मुख्य विकास अधिकारी पी.के.श्रीवास्तव ने बताया कि खेडा बुजुर्ग ग्राम पंचायत का मामला प्रकाश में आया था। जांच टीम की ओर से आख्या उपलब्ध करा दी गई है। जांच का अवलोकन करने के बाद इस मामले में जिला विकास अधिकारी को पत्र लिखा गया है। दोषियों के खिलाफ विभागीय कार्रवाई की जाएगी।
उन्होंने बताया कि ग्राम पंचायत में मनरेगा के तहत एक मजदूर से 12 दिन काम कराया गया। प्रतिदिन की मजदूरी 161 रूपए के हिसाब से उनका मजूदरी का भुगतान 2093 रूपए दर्शाई गई। उसकी मजदूरी का भुगतान उसके खाते में नहीं डाला गया। इस मामले की शिकायत जिलाधिकारी से की गई। जांच में पाया गया कि जिस मजदूर से काम करना दिखाया गया है वह 2010 में ही दिवंगत हो गया था।