नितिन गडकरी ने अपनी ही सरकार से  की GST हटाने की मांग, वित्त मंत्री निर्मला को लिखा पत्र

Edited By Ramkesh,Updated: 31 Jul, 2024 02:28 PM

nitin gadkari demanded his own government to remove gst wrote a letter

केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण से जीवन एवं चिकित्सा बीमा प्रीमियम पर 18 प्रतिशत की दर से वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) हटाने का अनुरोध किया है। वित्त मंत्री को लिखे पत्र में गडकरी ने नागपुर मंडल...

लखनऊ / नयी दिल्ली: केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण से जीवन एवं चिकित्सा बीमा प्रीमियम पर 18 प्रतिशत की दर से वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) हटाने का अनुरोध किया है। वित्त मंत्री को लिखे पत्र में गडकरी ने नागपुर मंडल जीवन बीमा निगम कर्मचारी संघ की चिंताओं को उठाया, जिसने बीमा उद्योग के मुद्दों के संबंध में उन्हें एक ज्ञापन सौंपा था।

चिकित्सा बीमा प्रीमियम पर जीएसटी हटाने को लेकर लिखा पत्र
 ज्ञापन का हवाला देते हुए मंत्री ने कहा, ‘‘ जीवन बीमा प्रीमियम पर जीएसटी लगाना जीवन की अनिश्चितताओं पर कर लगाने के समान है। कर्मचारी संघ का मानना ​​है कि जो व्यक्ति परिवार को सुरक्षा देने के लिए जीवन की अनिश्चितताओं के जोखिम को ‘कवर' करता है, उससे ‘कवर' खरीदने के लिए प्रीमियम पर कर नहीं लेना चाहिए।'' उन्होंने कहा कि इसके अलावा कर्मचारी संघ द्वारा उठाया गया मुख्य मुद्दा जीवन तथा चिकित्सा बीमा प्रीमियम पर जीएसटी को हटाने से संबंधित है।

जीवन बीमा और चिकित्सा बीमा प्रीमियम पर लगता है 18 प्रतिशत GST
जीवन बीमा और चिकित्सा बीमा प्रीमियम दोनों पर 18 प्रतिशत जीएसटी दर लागू है। उन्होंने कहा, ‘‘ इसी प्रकार चिकित्सा बीमा प्रीमियम पर 18 प्रतिशत जीएसटी इस व्यवसाय खंड के विकास में बाधक साबित हो रहा है, जो सामाजिक रूप से आवश्यक है।'' उन्होंने कहा, ‘‘ इसलिए आपसे अनुरोध है कि जीवन तथा चिकित्सा बीमा प्रीमियम पर जीएसटी हटाने के सुझाव पर प्राथमिकता से विचार करें, क्योंकि नियमों के अनुसार उचित सत्यापन के बाद वरिष्ठ नागरिकों के लिए यह बोझिल हो जाएगा।

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