Edited By Anil Kapoor,Updated: 07 Jul, 2018 01:48 PM
बरेली जिले के विशारतगंज क्षेत्र में कथित रूप से गरीबी से जूझ रही एक महिला जो रोटी तक को मोहताज थी, ने अपनी बेटी को जहर खिलाने के बाद खुद भी खा लिया। इस वारदात में दोनों की मौत हो गई।
बरेली(उप्र): बरेली जिले के विशारतगंज क्षेत्र में कथित रूप से गरीबी से जूझ रही एक महिला जो रोटी तक को मोहताज थी, ने अपनी बेटी को जहर खिलाने के बाद खुद भी खा लिया। इस वारदात में दोनों की मौत हो गई।
पुलिस सूत्रों ने बताया कि आंवला तहसील क्षेत्र के अतरछेड़ी गांव में राजवती (60) अपनी बेटी रानी (25) के साथ रहती थी। राजवती का पति उदयभान और बेटा गांव छोड़कर बाहर चले गए थे। इस वजह से राजवती आर्थिक तंगी से गुजर रही थी। राजवती की दूसरी बेटी रेखा ने पुलिस को दी तहरीर में बताया कि आर्थिक तंगी में उसकी मां ने घातक कदम उठाया है। ग्रामीण उसकी मां की मदद करते थे, लेकिन इन दिनों उनके सामने खाने के लाले पड़ गए थे।
राशनकार्ड निरस्त कर दिया गया था
गांव के निवासी अधिवक्ता अतुल कुमार सिंह ने बताया कि राजवती के परिवार का गरीबी रेखा के नीचे गुजर-बसर करने वाले परिवारों को मिलने वाला राशनकार्ड बना हुआ था, जिसे निरस्त कर दिया गया था। इसके लिए उन्होंने स्वयं ऑनलाइन आवेदन करा दिया था। अभी उन्हें सरकारी राशन आदि नहीं मिल पा रहा था।
महिला और उसकी बेटी की मौत भूख से नहीं हुई है: जिलाधिकारी
बरेली के जिलाधिकारी वीरेंद्र कुमार सिंह ने बताया कि महिला और उसकी बेटी की मौत भूख से नहीं हुई है। आधार कार्ड न होने के कारण उनका राशन कार्ड निरस्त हो गया था मगर उसे नियमित रूप से राशन मिल रहा था। इस सवाल पर कि जब राशन कार्ड निरस्त हो गया था, तो उन्हें राशन कहां से मिल रहा था, जिलाधिकारी ने कोई जवाब देने से इंकार कर दिया।