Edited By Ruby,Updated: 18 Jul, 2018 01:25 PM
18 जुलाई से संसद का मानसून सत्र शुरू हो गया है और यह सत्र 10 अगस्त तक चलेगा। अाधिकारिक सूत्रों ने बताया कि 24 दिन के इस सत्र के दौरान 18 बैंठकें होंगी। सत्र में वर्ष 2018-19 के लिए रेलवे सहित अन्य अनुपूरक मांगों तथा वर्ष 2015-16 की अतिरिक अनुदान...
लखनऊः 18 जुलाई से संसद का मानसून सत्र शुरू हो गया है और यह सत्र 10 अगस्त तक चलेगा। अाधिकारिक सूत्रों ने बताया कि 24 दिन के इस सत्र के दौरान 18 बैंठकें होंगी। सत्र में वर्ष 2018-19 के लिए रेलवे सहित अन्य अनुपूरक मांगों तथा वर्ष 2015-16 की अतिरिक अनुदान मांगों की मंजूरी का प्रस्ताव किया जाएगा।
संसद के मानसून सत्र के पहले दिन लोकसभा में आज चार नए सदस्यों ने शपथ ली। सुबह सदन की बैठक शुरू होने पर महाराष्ट्र के भंडारा-गोंदिया संसदीय क्षेत्र से नव निर्वाचित मधुकर राव यशवंतराव कुकडे (राकांपा), महाराष्ट्र के पालघर से राजेंद्र गावित (भाजपा), नगालैंड लोकसभा क्षेत्र के तोखेहो (एनडीपीपी) और उत्तर प्रदेश की कैराना लोकसभा से चुनी गई तबस्सुम हसन (रालोद) ने लोकसभा की सदस्यता की शपथ ली। कुकडे और तबस्सुम बेगम ने हिंदी में शपथ ली। गावित ने मराठी और तोहेखो ने अंग्रेजी में शपथ ली।
संसद के मानसून सत्र में सुचारू कामकाज सुनिश्चित करने में राजनीतिक दलों से सहयोग की अपील करते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि सरकार किसी भी दल, किसी भी सदस्य द्वारा उठाएगए किसी भी विषय पर चर्चा को तैयार है। मानसूत्र सत्र शुरू होने से पहने प्रधानमंत्री ने संसद भवन परिसर में संवाददाताओं से कहा कि इस सत्र में देशहित के कई महत्वपूर्ण मसलों पर निर्णय होने जरूरी हैं। देश के कई महत्वपूर्ण मसलों पर चर्चा जरूरी है और जितनी व्यापक चर्चा होगी, सभी वरिष्ठ अनुभवी लोगों का सदन को मार्गदर्शन मिलेगा। उन्होंने कहा कि इससे देश को लाभ होगा और सरकार को भी अपनी निर्णय प्रक्रिया में अच्छे सुझावों से फायदा होगा।