Edited By Ruby,Updated: 27 Jul, 2018 06:10 PM
बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह शुक्रवार को इलाहाबाद के दौरे पर हैं। शाह सुबह बमरौली एयरपोर्ट पहुंचे। यहां डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य, मेयर अभिलाषा गुप्ता नंदी समेत योगी कैबिनेट के कई मंत्रियों ने उनका स्वागत किया। इसके बाद शाह ने मौजगिरी...
इलाहाबादः बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह शुक्रवार को इलाहाबाद पहुंचे। यहां उन्होंने मौजगिरी में योग एवं ध्यान केन्द्र का उद्घाटन किया। उद्घाटन करने के बाद अमित शाह संगम पर पंहुचे। उन्होंने यहां साधुओं के साथ बजरंगबली के दर्शन किए। उन्होंने कुंभ की तैयारियों को लेकर भी साधु-संतों के बीच जाकर उनसे बातचीत की।
जिसके बाद शाह बाघम्बरी मठ पहुंचे। यहां उन्होंने साधु-संतों के साथ खाना खाया। इस दौरान उन्होंने अयोध्या में राम मंदिर निर्माण, गंगा की अविरलता जैसे मुद्दों पर संतों की नाराजगी को भी दूर करने का प्रयास किया। शाह ने कुंभ को लेकर अखाड़ों में चल रहे निर्माण कार्यों का शिलान्यास और लोकार्पण भी किया। इसके साथ ही मौज गिरी आश्रम और लेटे हनुमान मंदिर में दर्शन पूजन के साथ ही मां गंगा और मां यमुना जी की आरती में भी शामिल हुए।
सूत्रों के मुताबिक अमित शाह ने अपनी रणनीति के मुताबिक ही साधु संतों के बुलावे पर इलाहाबाद आने के लिए गुरुपूर्णिमा का दिन चुना। इलाहाबाद पहुंचकर उन्होंने सबसे अपने मिशन को पूरा करने के लिए संतों का आशीर्वाद लिया। शाह के दौरे ने कुंभ से लेकर 2019 के लोकसभा तक की पूरी पटकथा तैयार कर दी है। इस दौरे में अमित शाह ने न केवल साधु-संतों से आशीर्वाद लिया है। बल्कि अपनी रणनीति के तहत संतों की नाराजगी दूर करने के साथ ही धर्म सत्ता और राजनीति सत्ता को जोड़कर अपनी सियासी बढ़त को और मजबूत बनाने में भी पूरी तरह कामयाब रहे हैं।
वहीं अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरी ने कहा कि अमित शाह ने अखाड़ा परिषद के संतों से कुंभ की कामयाबी को लेकर चर्चा की। अखाड़ा परिषद के संतों ने बीजेपी अध्यक्ष को मनचाहा आशीर्वाद दिया। हालांकि, उन्होंने कहा कि 2019 लोकसभा चुनाव को लेकर कोई चर्चा नहीं हुई, लेकिन संतों ने उन्हें आशीर्वाद दिया है। नरेंद्र गिरी ने कहा कि बैठक में राम मंदिर के मुद्दे पर कोई चर्चा नहीं हुई। कोर्ट के फ़ैसले और आपसी सहमति से अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण होगा।