Edited By Ramkesh,Updated: 08 Feb, 2025 06:42 PM
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उत्तर प्रदेश में कभी पूर्ण बहुमत की सरकार बनने वाली बहुजन समाज पार्टी को हरियाणा विधानसभा चुनाव में हार के बाद अब दिल्ली चुनाव में भी करारी हार का सामना करना पड़ा है। पार्टी दिल्ली चुनाव में भी एक सीट पर जीत दर्ज नहीं कर पाई है। हालांकि मायावती...
लखनऊ: उत्तर प्रदेश में कभी पूर्ण बहुमत की सरकार बनने वाली बहुजन समाज पार्टी को हरियाणा विधानसभा चुनाव में हार के बाद अब दिल्ली चुनाव में भी करारी हार का सामना करना पड़ा है। पार्टी दिल्ली चुनाव में भी एक सीट पर जीत दर्ज नहीं कर पाई है। हालांकि मायावती के भतीजे आकाश आनंद ने दिल्ली विधानसभा चुनाव में काफी प्रचार प्रसार किया था उसके बावजूद भी पार्टी अपने वोट बैंक को बचाने में सफल नहीं हो सकी है। ऐसे में एक बार फिर बसपा की रणनीति फेल साबित हो गई है।
69 सीटों पर बसपा ने उतारा था उम्मीदवार
दिल्ली चुनाव के लिए बसपा के नेशनल कोऑर्डिनेटर और मायावती के भतीजे आकाश आनंद ने इस चुनाव के लिए जमकर प्रचार किया। इसके साथ ही दिल्ली में दलित वोट बैंक के अपने मजबूत आधार के लिए आकाश आनंद कई जनसभाओं को भी संबोधित किया। दिल्ली के चुनावी दंगल के लिए 70 विधानसभा सीटों में से 69 सीटों पर पूर्व सीएम मायावती की पार्टी बसपा ने उम्मीदवार उतारे थे, लेकिन बसपा को एक सीट पर जीत नहीं मिली है।
बीजेपी ने 27 साल बाद दिल्ली की सत्ता में की वापसी
हालांकि इस चुनाव में कांग्रेस पार्टी को भी करारी हार का सामना करना पड़ा है क्योंकि 70 सीटों वाली विधानसभा सीटों में से एक सीट पर भी कांग्रेस जीत नहीं पाई। जबकि भारतीय जनता पार्टी दिल्ली 27 साल बाद दिल्ली की सत्ता में वापसी की है। आप संयोजक अरविंद केजरीवाल और पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया, मंत्री सौरभ भारद्वाज सहित सत्तारूढ़ दल के कई अन्य प्रमुख नेता चुनाव हार गए हैं। अब तक के आए आंकड़ों के मुताबिक बीजेपी 48 सीट पर जीत के साथ निर्णय बहुमत हासिल करती दिख दिख रही है जबकि आप 22 सीट पर सिमटने के कगार पर है।