Edited By Ramkesh,Updated: 18 Sep, 2024 05:40 PM
लोकसभा चुनाव में करारी हार के बाद उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री बसपा सुप्रीमो मायावती प्रदेश में होने वाले विधानसभा उपचुनाव को लेकर एक्टिव नजर आ रही है। दरअसल, मायावती अपने खोए हुए जनाधार को को बढ़ाने के लिए पदाधिकारियों और मंडल कोऑर्डिनेटर की...
लखनऊ: लोकसभा चुनाव में करारी हार के बाद उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री बसपा सुप्रीमो मायावती प्रदेश में होने वाले विधानसभा उपचुनाव को लेकर एक्टिव नजर आ रही है। दरअसल, मायावती अपने खोए हुए जनाधार को को बढ़ाने के लिए पदाधिकारियों और मंडल कोऑर्डिनेटर की राजधानी लखनऊ 19 सितंबर को बड़ी बैठक बुलाई हैं। सूत्रों की मानें तो मायावती अपने कैडर वोट संभालने और 10 सीटों पर जीत के लिए रणनीति तैयार करेंगी। इसे लेकर कल पार्टी कार्यालय में सभी जोनल कोऑर्डिनेटर जिला अध्यक्ष समेत सभी पदाधिकारी, नेता कार्यकर्ता मौजूद रहेंगे।
वहीं मायावती ने बुधवार को ध्वस्तीकरण के लिए बुलडोजर के इस्तेमाल की बढ़ती प्रवृत्ति पर गंभीर चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि इस पर केंद्र को आगे आकर पूरे देश के लिए एक-समान दिशा निर्देश बनाने चाहिए। बसपा अध्यक्ष ने ‘एक्स' पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘बुलडोजर विध्वंस कानून के राज का प्रतीक नहीं होने के बावजूद इसके प्रयोग की बढ़ती प्रवृति चिन्तनीय है। वैसे बुलडोजर व अन्य किसी मामले में जब आम जनता सहमत नहीं होती है तो फिर केंद्र को आगे आकर उस पर पूरे देश के लिए एक-समान दिशा निर्देश चाहिए, जो नहीं बनाए जा रहे हैं।
उन्होंने कहा, ‘‘अन्यथा बुलडोजर कार्रवाई के मामले में माननीय उच्चतम न्यायालय को इसमें दखल देकर केंद्र सरकार की जिम्मेदारी को खुद नहीं निभाना पड़ता, जो कि जरूरी था। केंद्र व राज्य सरकारें संविधान व कानूनी राज के अमल होने पर जरूर ध्यान दें।
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वाराणसी: उत्तर प्रदेश में वाराणसी की एक स्थानीय अदालत ने ज्ञानवापी मस्जिद परिसर में पाए गए 'शिवलिंग' के बारे में कथित रूप से अपमानजनक टिप्पणी करने के लिए समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव और ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की मांग वाली याचिका खारिज कर दी है।