Edited By Moulshree Tripathi,Updated: 15 Feb, 2021 11:22 AM
प्यार की एक अपनी ही दुनिया होती है। जिसमें जात-पात, उम्र, देश-विदेश रंग-रूप और किसी भी तरह की असमानता को स्थान नहीं दिया जाता है। यह कभी-भी किसी को भी हो
वाराणसीः प्यार की एक अपनी ही दुनिया होती है। जिसमें जात-पात, उम्र, देश-विदेश रंग-रूप और किसी भी तरह की असमानता को स्थान नहीं दिया जाता है। यह कभी-भी किसी को भी हो सकता है। इसी प्रेम में पड़े गुजरात अहमदाबाद की धरती व फ्रांस के रोमन ने वाराणसी कैथी स्थित मार्कण्डेय महादेव मंदिर में भारतीय रीति रिवाज के साथ विधि-विधान से शादी रचाई और एक दूसरे के लिए कसमें वादे किए।
गुजरात से पढ़कर बनारस नौकरी करने आई वाली धरती ने बताया कि उसकी मुलाकात रोमन से एक वर्ष पूर्व काशी में हुई थी। धरती खुद का रेस्टोरेंट चलाती है। जिसमें रोमन भारत आने पर जब भी काशी आते वह धरती से मुलाकात करने काशी के अस्सी स्थित धरती के रेस्टोरेंट में जरूर आते। दोनों में प्रेम हो गया प्रेम संबंध इतना गहरा हुआ कि दोनों ने अपने रिश्ते को शादी की गांठ में बांध लिया।
वैलेंटाइन डे पर प्रेम को बनाया हमसफर
इस बार रोमन भारत आने पर काशी आए और उन्होंने धरती से कहा कि अब हम दोनों को साथ हो जाना चाहिए। इसी क्रम में रोमन और धरती ने वैलेंटाइन डे को चुना लेकिन धरती ने रोमन से कहा के शादी भारतीय परंपरा के अनुसार होगी। दोनों ने मंदिर में आकर विधि विधान से शादी किया। विवाह के वक्त धरती और रोमन के साथ उनके घर वाले मौजूद नहीं थे। दोस्तों ने परिवार की रस्में निभाई।
वहीं पुरोहितों में मुन्ना गिरी, लालू गिरी मौजूद रहे। लालू गिरी ने बताया कि दो अलग-अलग रीति-रिवाजों के लोगों की शादी कराना वास्तव में एक अनोखी बात होती है। जैसा कि मालूम है कि धरती गुजरात की रहने वाली हैं और रोमन फ्रांस के इसलिए दोनों को अपने अपनी परंपरा के साथ शादी करनी चाहिए। अपने अपने धर्म को मानना चाहिए।
पावन नगरी है काशी
शादी होने के बाद धरती और रोमन ने बताया कि भारतीय परंपरा की शादी एक अटूट है। इसी वजह से काशी में आकर शादी रचाई क्योंकि यह बाबा भोलेनाथ की नगरी है यहां किया गया कार्य कभी असफल नहीं होता। इसलिए यहां आकर शादी रचाई।