Edited By Deepika Rajput,Updated: 06 Oct, 2018 09:40 AM
विवेक तिवारी की हत्या में पुलिस के कुछ सिपाही आरोपियों के सर्मथन में उतर आए हैं। उन्होंने आरोपी के सर्मथन में फेसबुक पर पोस्ट किया था, जिसके बाद विभागीय कार्रवाई करते हुए सिपाही सर्वेश चौधरी को सस्पेंड कर दिया गया है। वहीं आरोपी के पक्ष में बयान...
लखनऊः विवेक तिवारी की हत्या में पुलिस के कुछ सिपाही आरोपियों के सर्मथन में उतर आए हैं। उन्होंने आरोपी के सर्मथन में फेसबुक पर पोस्ट किया था, जिसके बाद विभागीय कार्रवाई करते हुए सिपाही सर्वेश चौधरी को सस्पेंड कर दिया गया है। वहीं आरोपी के पक्ष में बयान देने के बाद पुलिस ने कथित राज्य पुलिस कर्मचारी परिषद के महामंत्री बर्खास्त पुलिसकर्मी अविनाश पाठक पर मुकदमा दर्ज कराते हुए गिरफ्तार कर लिया है।
जानकारी के मुताबिक, एटा के पुलिस सिपाही सर्वेश चौधरी को फेसबुक पर आपत्तिजनक पोस्ट डालने के आरोप में सस्पेंड कर दिया गया है। इसके अलावा इस सिपाही के खिलाफ विभागीय जांच भी की जा रही है। इस सिपाही के अलावा कुछ और सिपाही भी सोशल मीडिया पर भड़काऊ पोस्ट डाल रहे हैं, जिनके खिलाफ हजरतगंज कोतवाली में एफआईआर दर्ज की गई है। हत्या के आरोपी के समर्थन में आए पुलिसकर्मियों का कहना है कि मामले की जांच किए बिना सिपाही को बर्खास्त कर जेल भेजा गया है।
इसके बाद पुलिस वेलफेयर एसोसिएशन ने आरोपी पुलिसवालों के पक्ष में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को एक पत्र लिखा है। इस पत्र में लिखा गया है कि जिन भी पुलिस सिपाही ड्यूटी के दौरान अपनी जान गंवाई है उनके परिवार वालों की तरह ही 40-40 लाख रुपये दिए जाएं और उनके परिवार वालों और बच्चों को सरकारी नौकरी दी जाए।