Edited By Ajay kumar,Updated: 02 Apr, 2020 12:56 PM
कोरोना वायरस की रोकथाम के लिए 21 दिन का लॉकडाउन लागू है। ऐसे प्रति दिन दवा लेने वालों के लिए काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
लखनऊ: कोरोना वायरस की रोकथाम के लिए 21 दिन का लॉकडाउन लागू है। ऐसे प्रति दिन दवा लेने वालों के लिए काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। वहीं जनता की समस्याओं के लिए हेल्पलाइन नंबर भी जारी किया गया है। यदि किसी को कोई परेशानी हो तो फोन करके अपनी जरूरतों को पूरा कर सकते है। लखनऊ में बुजर्ग ने हेल्पलाइन से मदद मांगी। बुजुर्ग ने फोन करके मदद के नाम पर पुलिस से रसगुल्ला भेजने का अनुरोध किया।
ऑफिसर संतोष सिंह ने बताया कि फोन करने वाले को सुनकर हम समझ गए थे कि यह एक शरारत नहीं थी। हम छह रसगुल्लों के साथ कॉल करने वाले राम चंद्र प्रसाद केसरी के घर पहुंचे। केसरी घर पर अकेले थे और हाइपोग्लाइसीमिया (ब्लेड शुगर कम होना) की स्थिति में थी। वह डायबिटिक हैं और उनका चेहरा पीला पड़ गया था। वह चल नहीं पा रहे थे। हमने उन्हें रसगुल्ले दिए, उनमें से चार रसगुल्ले उन्होंने खाए। इसके कुछ देर बाद वह धीरे-धीरे सामान्य हो गए। दरअसल, केसरी की पत्नी का निधन हो चुका है और वो अपने फ्लैट में अकेले रहते हैं जबकि बच्चे विदेश में हैं। लॉकडाउन के दौरान उनकी मिठाई का स्टॉक खत्म हो गया था। इस उन्होंने पुलिस हेल्पलाइन पर फोने कर सहायता मांगी तो पुलिस ने उन्हें तुरंत रसगुल्ला भेज दिया।
बता दें कि कि कुछ लोग पुलिस हेल्पलाइन का गलत इस्तेमाल भी कर रहे हैं। रामपुर में एक शख्स ने फोन कर पुलिस से चार समोसे मंगाए थे। युवक द्वारा बार-बार फोन करने के बाद पुलिस ने उसे चार समोसे जरूर दिए, लेकिन जैसे ही उसने नाश्ता खत्म किया। जिला मजिस्ट्रेट ने उसे सजा के रूप में एक नाले की सफाई करने के लिए कहा। इसी तरह कुछ बच्चे भी हेल्पलाइन पर फोन करके आइस-क्रीम, पेस्ट्री और यहां तक कि फुटबॉल मांग रहे हैं।