Edited By Ruby,Updated: 27 Aug, 2018 12:58 PM
रक्षाबंधन की परंपरा सदियों से चली आ रही है। भाई बहन के अटूट प्यार के रिश्ते का पर्व पूरी दुनिया में सबसे खास होता है। इस त्यौहार का हर भाई-बहन को पूरे साल इंतजार रहता है। वहीं हमारे समाज में कुछ एेसे लोग भी हैं जिनके लिए यह त्यौहार तो आता है, लेकिन...
बागपतः रक्षाबंधन की परंपरा सदियों से चली आ रही है। भाई बहन के अटूट प्यार के रिश्ते का पर्व पूरी दुनिया में सबसे खास होता है। इस त्यौहार का हर भाई-बहन को पूरे साल इंतजार रहता है। वहीं हमारे समाज में कुछ एेसे लोग भी हैं जिनके लिए यह त्यौहार तो आता है, लेकिन वह मना नहीं सकते। दरअसल हम किन्नरों की बात कर रहे हैं। जिनसे हमारा समाज राखी बंधवाना तो दूर उन्हें अपने समाज का हिस्सा मानने पर भी गुरेज करता है।
जिस कारण बागपत के रहने वाले किन्नरों ने राखी के पर्व पर भगवान शिव को अपना भाई मानकर उन्हें राखी बांधी। किन्नरों का कहना है कि हमारा भी दिल करता है कि हमारा कोई भाई हो, जिसका हम मुंह मिठा कराएं, लंबी उम्र की दुआ करे, लेकिन कोई भी हमारे अहसास को समझ नहीं पाता।
इसी वजह से हमने महादेव को अपना भाई मानकर राखी बांध दी है। जिससे हमारे दिल को सुकून मिला कि समाज ने ना सही समाज को बनाने वाले ने तो हमें अपनी बहन माना है।