Edited By Anil Kapoor,Updated: 21 Dec, 2018 10:08 AM
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि उनकी सरकार के सत्ता में आने से लोगों की सोच बदली है। सूबे में सुरक्षा के माहौल के चलते पिछले साल फरवरी में इन्वेस्टर समिट आयोजित किया गया जिसमें 4 लाख करोड़ से अधिक के निवेश के लिए एमओयू पर...
लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि उनकी सरकार के सत्ता में आने से लोगों की सोच बदली है। सूबे में सुरक्षा के माहौल के चलते पिछले साल फरवरी में इन्वेस्टर समिट आयोजित किया गया जिसमें 4 लाख करोड़ से अधिक के निवेश के लिए एमओयू पर हस्ताक्षर किए गए।
गुरुवार को विधान परिषद में समाजवादी पार्टी (सपा) के आनन्द भदौरिया ने औचित्य की सूचना में कहा कि इसी वर्ष फरवरी में आयोजित इन्वेस्टर्स समिट में दौरान सजावट के लिए किराए पर ली गई एलईडी लाइट का किराया अधिक दिया गया जबकि उसे खरीदते तो कम कीमत देनी पड़ती। इसमें लाखों रुपए का घोटला हुआ है। सदन में मौजूद योगी ने कहा कि सरकार ने ही इस मामले को पकड़ा है। जांच की जा रही है और जांच के पहले घोटाला कहना उचित नहीं है। आज आपके मुंह से इमानदारी की बात सुनकर अच्छा लगा। सपा सरकार पूर्वांचल हाईवे को 16 हजार करोड़ में बनवा रही थी जबकि उनकी सरकार इसी पूर्वाचंल हाइवे का 11 हजार करोड़ में निर्माण करा रही है। उन्होंने सवाल उठाया 5 हजार करोड़ किस व्यक़्ति की जेब में जाता।
योगी ने कहा कि घोटाला तो गोमती रिवर फ्रंट में हुआ जहां जनवरी 2017 में उसकी डीपीआर 157 करोड़ को 357 करोड़ और बाद में 1400 करोड़ खर्च करने के बाद भी 60 प्रतिशत काम ही किया गया। उन्होंने कहा कि उनकी सरकार किसी को भी जनता के पैसे पर डकैती डालने की छूट नहीं देगी। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने ई-टेंडर की व्यवस्था लागू की है। निवेशकों का भरोसा बढ़ा है। उन्होंने कहा कि सरकार भ्रष्टचार को लेकर गंभीर है और जांच करा रही है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने पिछले दिनों फरवरी समिट में के हुए करार के बाद 60 हजार करोड़ की योजनाओं को धरातल में उतारा और सरकार इतना ही और निवेश के प्रस्तावों को अंतिम रुप दे रही है।