Edited By Tamanna Bhardwaj,Updated: 06 Jun, 2019 11:47 AM
उत्तर प्रदेश के बागपत में बुधवार को दो भाई-बहन के अपहरण की सूचना पर पुलिस महकमें हड़कंप मच गया, लेकिन इस मामले का पुलिस ने गुरुवार को खुलासा किया है। जिस चश्मदीद बच्चे ने अपने भाई-बहन के अपहरण होने की सूचना दी वह उसके खुद की रची हुई कहानी थी। दोनों...
बागपतः उत्तर प्रदेश के बागपत में बुधवार को दो भाई-बहन के अपहरण की सूचना पर पुलिस महकमें हड़कंप मच गया, लेकिन इस मामले का पुलिस ने गुरुवार को खुलासा किया है। जिस चश्मदीद बच्चे ने अपने भाई-बहन के अपहरण होने की सूचना दी वह उसके खुद की रची हुई कहानी थी। दोनों बच्चे अपनी नानी के घर पर सुरक्षित हैं।
मामला कस्बा बडौत का है। यहां के रहने वाले आजादनगर कॉलोनी में रहने वाले 9 साल के बच्चे आर्यन ने पूरी साजिश रची थी और उसने ही अपने परिजनों को बताया था कि उसकी बहन पायल (14) ओर उसके भाई आयुष का वेगन कार सवार बदमाशों ने अपहरण कर लिया है। जिसकी सूचना परिजनों ने पुलिस को दी तो मामले की तफ्तीश में जुटी। पुलिस ने कार को बरामद कर लिया तो कार मालिक ने बताया कि उनकी कार कभी वहां पर नहीं गई थी जिसके बाद सीसीटीवी फुटेज में दोनों बच्चे स्कूल बैग लेकर रेलवे स्टेशन की तरफ जाते हुए दिखाई पड़े थे। तब पुलिस ने आर्यन से सघनता से पूछताछ की गई तो बच्चे ने बताया कि उसके भाई बहन रेलवे स्टेशन पर गए थे। नानी के यहां जाने के लिए उसने उन्हें रोकने का प्रयास किया तो वे नहीं रुके जिसके चलते उसने ये अफवाह फैलाई थी।
जिसके बाद पुलिस ने पूरी पड़ताल की तो पता चला कि दोनों ही बच्चे ट्रेन लेट हो जाने की वजह से बस द्वारा अपनी नानी के यहां पर चले गए है और दोनों ही नानी के यहां पर सुरक्षित हैं। वही अधिकारी ने बताया कि बच्चों की मां की कुछ वर्ष पूर्व मौत हो गई थी और बच्चे दो दिन पूर्व ही अपनी नानी के यहां से आए थे।