Edited By Ramkesh,Updated: 06 Jun, 2020 04:33 PM
उत्तर प्रदेश के नोएडा जनपद से मानवता को शर्मसार कर देने वाली घटना सामने आई है। जहां पर गर्भवती महिला को इलाज के लिए परिजनों ने जनपद के सरकारी एवं प्राइवेट अस्पताल ले गए।
नोएडा: उत्तर प्रदेश के नोएडा जनपद से मानवता को शर्मसार कर देने वाली घटना सामने आई है। जहां पर गर्भवती महिला को इलाज के लिए परिजनों ने जनपद के सरकारी एवं प्राइवेट अस्पताल ले गए। परंतु अस्पतालों ने भर्ती करने से इनकार कर दिया। इलाज के अभाव में गर्भवती महिला की मौत हो गई।
जानकारी के मुताबिक मामला गाजियाबाद के खोड़ा का है। यहां पर 8 महीने की गर्भवती महिला को सांस लेने में दिक्कत हो रही थी। परिजन सुबह 6 बजे महिला को लेकर अस्पताल पहुंचे। 13 घंटे तक किसी अस्पताल ने उसे भर्ती नहीं किया। परिवार के मुताबिक नोएडा के ईएसआई हॉस्पिटल, जिला अस्पताल, शारदा हॉस्पिटल, वैशाली मैक्स हॉस्पिटल, नोएडा फोर्टिस अस्पताल और शिवालिक हॉस्पिटल में महिला को ले जाया गया। इन सभी अस्पताल ने इलाज करने से मना कर दिया। महिला की सांस फूल रही थी। डॉक्टरों को शक था कि महिला कोरोना से पीड़ित है। इसी के डर से सभी अस्पतालों ने गर्भवती का इलाज करने से मना कर दिया जिससे महिला की मौत हो गई।
बता दें कि जनपद में इतने बड़े-बड़े अस्पताल हैं फिर भी इलाज न मिल पाने के अभाव में मौत हो जाना चिंता की बात है। क्या अब नोएडा के कोविड हॉस्पिटल में बेड की भी कमी है? जबकि यूपी सरकार कोरोना वायरस के बीच राज्य के अंदर देश में सबसे ज्यादा बेड होने का दावा करती आ रही है।