Edited By Deepika Rajput,Updated: 27 Jun, 2019 02:11 PM
नीति आयोग द्वारा जारी रिपोर्ट में उत्तर प्रदेश स्वास्थ्य और चिकित्सा सेवाओं के मोर्चे पर पहले से अधिक फिसड्डी साबित हुआ है। इस रिपोर्ट के बाद योगी सरकार विपक्ष के निशाने पर आ गई है। बसपा सुप्रीमो मायावती ने ट्वीट कर नीति आयोग की रिपोर्ट को सरकार को...
लखनऊः नीति आयोग द्वारा जारी रिपोर्ट में उत्तर प्रदेश स्वास्थ्य और चिकित्सा सेवाओं के मोर्चे पर पहले से अधिक फिसड्डी साबित हुआ है। इस रिपोर्ट के बाद योगी सरकार विपक्ष के निशाने पर आ गई है। बसपा सुप्रीमो मायावती ने ट्वीट कर नीति आयोग की रिपोर्ट को सरकार को लज्जित करने वाला बताया। वहीं अब उनके इस बयान पर स्वास्थ्य मंत्री सिद्धार्थनाथ ने पलटवार किया है।
सिद्धार्थनाथ ने कहा कि मायावती खुद एनआरएचएम घोटाले की आर्किटेक्ट हैं। बुआ और बबुआ ने अपने कार्यकाल के दौरान कोई सुधार नहीं किया। उन्होंने कहा कि जारी आंकड़े साल 2017 के हैं। 2018 के बाकी 5 बिंदुओं पर आकड़े जल्द जारी होंगे। उन्होंने कहा कि उन आंकड़ों में निश्चित तौर पर सुधार दिखाई देगा। बता दें कि, मायावती ने ट्वीट कर कहा कि नीति आयोग की रिपोर्ट सरकार को लज्जित करने वाली है कि जनस्वास्थ्य के मामले में यूपी देश का सबसे पिछड़ा राज्य है तो फिर केंद्र व यूपी में बीजेपी की सरकार होने पर ऐसी डबल इंजन वाली सरकार का क्या लाभ? ऐसा विकास करोड़ों जनता के किस काम का जिसमें उसका जीवन पूरी तरह से नरक बना हुआ है?
एक अन्य ट्वीट में उन्होंने कहा कि बीजेपी सरकारें ऐसे जातिवादी व धार्मिक उन्मादी जघन्य अपराध अपने राज्यों में लगातार क्यों होने देती हैं जिससे पूरा राज्य व वहां की सरकार ही नहीं बल्कि देश की भी बदनामी होती है और पीएम को भी शर्मिंदा होना पड़ता है। वैसे अब तो पुलिस व सरकारी कर्मचारी भी इस नई आफत के शिकार हैं।