Edited By Ajay kumar,Updated: 29 Oct, 2019 05:33 PM
हाल ही में उत्तर-प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ अपने पूर्व संसदीय क्षेत्र गोरखपुर दौरे पर आए थे। यहां उन्होंने कान्हा उपवन की तकरीबन 2 एकड़ जमीन पर भाजपा पार्षदों द्वारा किए गए अवैध कब्जे पर सख्त नाराजगी...
गोरखपुर: हाल ही में उत्तर-प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ अपने पूर्व संसदीय क्षेत्र गोरखपुर दौरे पर आए थे। यहां उन्होंने कान्हा उपवन की तकरीबन 2 एकड़ जमीन पर भाजपा पार्षदों द्वारा किए गए अवैध कब्जे पर सख्त नाराजगी जताई। योगी ने महापौर को निर्देश देते हुए कहा कि वह आपस में लड़ रहे भाजपा के दोनों पार्षदों को शांत कराएं और कब्जा जल्द से जल्द ढहाकर पूरी जमीन नगर निगम को दिलाएं। वहीं मुख्यमंत्री की नाराजगी को देखते हुए कमिश्नर और डीएम ने कब्जा ढहाने के लिए नगर आयुक्त को निर्देश दे दिए हैं। साथ ही उनका कहना है कि जल्द ही कब्जा ढहाने की शुरुआत हो जाएगी।
क्या है पूरा मामला?
उप सभापति ने नगर आयुक्त को पत्र लिखकर की थी शिकायत
कुछ दिनों पहले कान्हा उपवन की व्यवस्था सुधारने के लिए गठित समिति के चेयरमैन भाजपा पार्षद बृजेश सिंह छोटू ने नगर आयुक्त को पत्र लिखकर कान्हा उपवन की जमीन पर हुए कब्जे ढहाने की मांग की थी। आरोप है कि एक एकड़ जमीन पर महेवा वार्ड के पार्षद रामभुआल कुशवाहा का कब्जा है। महेवा वार्ड में ही कान्हा उपवन आता है। इसकी जानकारी कमिश्नर जयंत नार्लिकर को भी दी गई थी। कमिश्नर के निर्देश के बाद कान्हा उपवन की जमीन की नाप ली गई थी। वहीं उनका कहना है कि अफसरों ने भी कब्जा माना था।
भाजपा पार्षद ने महापौर से की थी शिकायत
वहीं महेवा वार्ड के भाजपा पार्षद रामभुआल कुशवाहा ने महापौर को पत्र लिखकर कान्हा उपवन की 75 डिसमिल जमीन पर कब्जा होने की जानकारी दी। उनका आरोप है कि उपसभापति बृजेश सिंह छोटू की मिलीभगत से कान्हा उपवन की जमीन बेच दी गई जिस पर निर्माण भी हो चुका है।
कान्हा उपवन की एक-एक इंच जमीन बेसहारा पशुओं के लिए: कमिश्नर, डीएम
कमिश्नर जयंत नार्लिकर और डीएम के. विजयेंद्र पाण्डियन ने सोमवार शाम कान्हा उपवन पहुंचकर कब्जा देखा। उन्होंने कान्हा उपवन की जमीन पर हुए निर्माण पर नाराजगी जताई और जल्द से जल्द इसे गिराने के निर्देश दिए। कहा कि कान्हा उपवन की एक-एक इंच जमीन बेसहारा पशुओं के लिए है, इस पर किसी अन्य का कब्जा बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।