Edited By Anil Kapoor,Updated: 19 Dec, 2018 03:24 PM
2019 के लोकसभा चुनावों में मोदी सरकार और भाजपा को सत्ता से बेदखल करने के लिए विपक्षी दल क्षेत्रीय स्तर पर गठबंधन कर रहे हैं। देश के सबसे बड़े राज्य उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी और बसपा ने गठबंधन का फॉर्मूला तैयार किया है।
लखनऊ: 2019 के लोकसभा चुनावों में मोदी सरकार और भाजपा को सत्ता से बेदखल करने के लिए विपक्षी दल क्षेत्रीय स्तर पर गठबंधन कर रहे हैं। देश के सबसे बड़े राज्य उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी और बसपा ने गठबंधन का फॉर्मूला तैयार किया है। सपा प्रमुख अखिलेश यादव और बसपा सुप्रीमो मायावती ने इस गठबंधन से कांग्रेस को दूर रखा है। मगर उन्होंने इस गठबंधन में रालोद को अपने साथ ले लिया है।
राज्य में लोकसभा की 80 सीटें हैं। पिछले चुनावों में भाजपा ने यहां से 73 सीटें जीतकर केन्द्र में मोदी नीत भाजपा सरकार बनाई। कांग्रेस को बाहर रखने से इस गठबंधन को चुनावों में नुकसान हो सकता है। फॉर्मूले के तहत सपा और बसपा दोनों 40-40 सीटों पर चुनाव लड़ेगीं। मगर इसमें से सपा अपने कोटे से 3 सीटें रालोद को देगी। इसके तहत दोनों पार्टियां राहुल और सोनिया गांधी के रायबरेली और अमेठी में अपना उम्मीदवार मैदान में नहीं उतारेगी।
इस फॉर्मूले की उपचारिक घोषणा बसपा सुप्रीमो मायावती के जन्मदिन (15 जनवरी) पर की जाएगी। मायावती ने अपने जन्मदिन पर भाजपा और कांग्रेस को छोड़कर सभी पार्टियों को शामिल होने का न्यौता दिया है।