Edited By Anil Kapoor,Updated: 25 Jul, 2018 11:13 AM
अवैध खनन के मामले में चल रही सीबीआई जांच के लिए आई टीम दूसरे दिन सर्किट हाऊस में रही। टीम ने शिकायतकर्ता रणवीर सिंह को बुलाकर उनसे फरवरी 2016 के बाद हुए खनन के साक्ष्य में फुटेज और वीडियो मांगी है।
सहारनपुर: अवैध खनन के मामले में चल रही सीबीआई जांच के लिए आई टीम दूसरे दिन सर्किट हाऊस में रही। टीम ने शिकायतकर्ता रणवीर सिंह को बुलाकर उनसे फरवरी 2016 के बाद हुए खनन के साक्ष्य में फुटेज और वीडियो मांगी है। दूसरी ओर यह भी चर्चा रही कि हाजी मो. इकबाल भी आ सकते हैं किन्तु वह नहीं आए। पुलिस भी इकबाल की गिरफ्तारी के लिए सर्किट हाऊस के आसपास ही रही। जिला खान अधिकारी ने बताया कि सीबीआई टीम कहीं निरीक्षण में नहीं गई थी।
जानकारी के अनुसार, हाईकोर्ट के आदेश पर जनपद में अवैध खनन के मामले में पिछले एक साल से चल रही सीबीआई जांच एक बार फिर तेज हो गई है। सीबीआई की टीम जांच के संबंध में दोपहर बाद यहां पहुंच गई। हाईकोर्ट के आदेश पर खनन मामलों की जांच को सीबीआई की टीम 12 जून 2017 को जनपद में आई थी। उस समय सीबीआई टीम ने 20 अप्रैल 2016 के बाद जून 2017 तक खनन विभाग में आई शिकायतों तथा उन शिकायतों के आधार पर की गई कार्रवाई की जानकारी मांगी थी।
टीम ने यह भी पूछा था कि किस-किस पट्टेदार को कितनी जमीनों के पट्टे दिए गए थे। पट्टों के साथ ही किन-किन स्थानों पर अवैध खनन होने पर कार्रवाई की गई है। उस समय तत्कालीन डीएम पीके पांडेय ने टीम को बताया था कि 1 अप्रैल 2012 से लेकर 17 फरवरी 2016 तक अवैध खनन के 437 मामले पकड़े गए। परंतु इनमें नियमानुसार कार्रवाई नहीं हुई थी। उन्होंने सभी मामलों को सूचीबद्ध कराकर नोटिस जारी करने व मुकद्दमे दर्ज कराए।
शासन की अनुमति के बाद सभी 437 आरोपियों को नोटिस जारी कर दिए गए हैं। इन पर करीब 1 हजार करोड़ का जुर्माना आरोपित किया गया है। इतना ही नहीं यह भी बताया गया था कि जिन माफिया के ये मामले पकड़े गए थे उनमें से 85 प्रतिशत स्टोन क्रशर हरियाणा में हैं जबकि अवैध खनन यहां होता था यानी माल यहां से हरियाणा आपूर्ति हो रहा था। 15 प्रतिशत मामले जनपद में विभिन्न स्थानों के हैं। करीब 10 दिन तक जांच-पड़ताल कर टीम वापस लौट गई थी।