Edited By Imran,Updated: 28 Oct, 2024 01:15 PM
चुनावों में मुर्गा, शराब या पैसे लेकर वोट देने वाले अब तो सावधान ही हो जाएं क्योंकि यूपी के बागपत जिले में सहकारी चीनी मिल के चुनाव में हार होने पर एक उम्मीदवार ने कई वोटर को वकील के माध्यम से नोटिस भेजकर दावत तथा गाड़ी खर्च लाैटाने पर अदालत में...
बागपत: चुनावों में मुर्गा, शराब या पैसे लेकर वोट देने वाले अब तो सावधान ही हो जाएं क्योंकि यूपी के बागपत जिले में सहकारी चीनी मिल के चुनाव में हार होने पर एक उम्मीदवार ने कई वोटर को वकील के माध्यम से नोटिस भेजकर दावत तथा गाड़ी खर्च लाैटाने पर अदालत में परिवाद करने की चेतावनी दी।
बता दें कि सहकारी चीनी मिल के विभिन्न पदों के लिए गत सप्ताह चुनाव हुआ था। परिणाम आने के बाद से एक गांव के कई मतदाता तब हैरान और परेशान हो गए जब उनके घर उम्मीदवार के नाम से नोटिस पहुंचे।
वकील के नोटिस में लिखी गई चेतावनी
हारे हुए प्रत्याशी के वकील ने जो नोटिस भेजा था उसमें मतदाताओं को संबोधित करते हुए लिखा था कि उन्होंने उनके व्यवहारी यानी प्रत्याशी से उपहार में 350 रुपये की बर्फी तथा 350 रुपये के बंगाली रसगुल्ला तथा गांव से मिल तक वोट डालने जाने के लिए 500 रुपये टैक्सी किराया लिया। कुल 1200 रुपये का उपहार लिए गए। इसके बावजूद आपने ने उन्हें वोट नहीं दी। नोटिस में कहा गया कि उनके वोट नहीं देने से उम्मीदवार को 10 हजार रुपये का नुकसान हुआ है तथा 25 हजार रुपये वकील फीस बनती है। इसलिए 36 हजार रुपये उम्मीदवार को लौटाकर रसीद प्राप्त करने के लिए कहा गया है। यदि रुपये नहीं लाैटाने पर अदालत में उनके खिलाफ प्रतिवाद दायर करने की चेतावनी दी।
नोटिस लेकर उम्मीदवार के पास पहुंचे वोटर
इस प्रकार के नोटिस मिलने से हर वोटर हैरान था। इसके पीछे की वजह जानने के लिए वोटरों ने वह नोटिस लेकर प्रत्याशी के घर पहुंच गए। लेकिन वहा कुछ अलग ही माजरा था। उम्मीदवार ने इस मतदाता से हैरानगी जताते हुए ऐसा कोई नोटिस भेजने से साफ इनकार करते हुए कहा कि यह उनके विरोधी की करतूत हो सकती है। बता दें कि सहकारी गन्ना समितियों तथा सहकारी चीनी मिल के चुनाव में कई उम्मीदवारों की ओर से मिठाई, शराब, मुर्गा आदि की जमकर दावत चली थी।