Edited By Deepika Rajput,Updated: 05 Jun, 2019 11:07 AM
धर्म की नगरी वाराणसी में ईद का त्यौहार मुस्लिमों ने नमाज अदा करने के बाद एक दूसरे को मुबारकबाद देकर शुरू किया। सुबह होते ही सभी ने नए वस्त्रों के आगोश में लिपट कर ईदगाहों और मस्जिदों की तरफ रुख किया। बच्चों ने भी नमाज में बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। ईद की...
वाराणसीः धर्म की नगरी वाराणसी में ईद का त्यौहार मुस्लिमों ने नमाज अदा करने के बाद एक दूसरे को मुबारकबाद देकर शुरू किया। सुबह होते ही सभी ने नए वस्त्रों के आगोश में लिपट कर ईदगाहों और मस्जिदों की तरफ रुख किया। बच्चों ने भी नमाज में बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। ईद की नमाज अदा करके सभी ने देश में खुशहाली और अमन-चैन की दुआ मांगी।
विद्यापीठ बड़ी ईदगाह के मौलाना मुफ्ती शमीम अहमद ने कहा कि ईद-उल-फितर पर मुल्क के अंदर सूरते हाल और मुसलमानों के सूरते हाल पर हमने दुआ की है और साथ ही नई सरकार को मुबारकबाद भी पेश की है। हमने इस बात की भी दुआ की है कि अल्पसंख्यकों का इस देश में जिस तरीके से अभी तक सम्मान होता आया है वह आगे भी होता रहे। उन्होंने कहा कि जिस तरह हम लोगों ने बीजेपी का समर्थन किया है, उसी तरह से वो भी अल्पसंख्यकों की तवज्जो बढ़ाएंगे। देश के अंदर जो अफरा-तफरी का माहौल है, कभी गाय के नाम पर किसी की हत्या हो रही है हमें उम्मीद है कि सरकार ऐसे मामलों पर रोक लगाएगी।
बता दें कि, इस्लाम धर्म में मान्यता है की ईद-उल-फितर के दिन नमाज पढ़ने से अल्लाह ताला की रहमो करम बनी रहती है। नमाज से हर बंदा अल्लाह के प्रति अपने समर्पण और इबादत का इजहार करता है। ऐसे में साल भर में ईद की नमाज अता करने का अपना अलग ही महत्व है।