Edited By Ramkesh,Updated: 17 Feb, 2025 07:06 PM
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जिले में परमवीर चक्र विजेता अब्दुल हमीद के परिवार के सदस्यों ने एक प्राथमिक विद्यालय के मुख्य द्वार से युद्ध नायक का नाम हटाने पर असंतोष जाहिर किया है। इसके बाद शिक्षा विभाग बैकफुट पर आ गया है। दरअसल, शहीद हमीद के परिजनों के विरोध के बाद दोबारा शहीद...
गाजीपुर: जिले में परमवीर चक्र विजेता अब्दुल हमीद के परिवार के सदस्यों ने एक प्राथमिक विद्यालय के मुख्य द्वार से युद्ध नायक का नाम हटाने पर असंतोष जाहिर किया है। इसके बाद शिक्षा विभाग बैकफुट पर आ गया है। दरअसल, शहीद हमीद के परिजनों के विरोध के बाद दोबारा शहीद के नाम लिखवा दिया है।
आप को बात दें कि इस ही विद्यालय में हमीद ने कभी पढ़ाई की थी। अधिकारियों के अनुसार हाल ही में रंगाई-पुताई के बाद जिले के धामूपुर गांव के स्कूल का नाम बदलकर ‘पीएम श्री कम्पोजिट विद्यालय' कर दिया गया। हमीद के पोते जमील अहमद ने बताया कि चार दिन पहले ही स्कूल का रंगरोगन किया गया। उन्होंने बताया कि प्रवेश द्वार पर ‘शहीद हमीद विद्यालय' के स्थान पर ‘पीएम श्री कम्पोजिट विद्यालय' लिख दिया गया है। जब अहमद और उसके परिवार ने प्रधानाध्यापक अजय कुशवाहा से इस विषय पर आपत्ति जताई तो उन्होंने युद्ध नायक के परिवार से बेसिक शिक्षा अधिकारी हेमंत राव से संपर्क करने को कहा। परिवार के सदस्यों के अनुसार राव ने उन्हें बताया कि हमीद का नाम स्कूल की बाहरी दीवार पर लिख दिया गया है।
परिवार ने दावा किया कि हालांकि, प्रवेश द्वार पर कोई बदलाव नहीं किया गया। हमीद के परिवार ने शनिवार को एक और शिकायत दर्ज कराई, जिसमें मांग की गई कि शहीद का नाम स्कूल के प्रवेश द्वार पर फिर से लिखा जाए। राव ने आश्वासन दिया कि ‘‘तत्काल'' ऐसा कर दिया जाएगा। अहमद ने दावा किया कि सोमवार तक प्रवेश द्वार पर नाम नहीं लिखा गया है जिससे उनका परिवार ‘‘बेहद आहत'' वर्ष 1965 के भारत-पाकिस्तान युद्ध के दौरान अमेरिका ने पाकिस्तान को पैटन टैंक दिए थे, जिन्हें अजेय माना जाता था।
हमीद ने बहादुरी परिचय देते हुए इनमें से तीन टैंकों को नष्ट कर दिया, जिससे दुश्मन को पीछे हटने पर मजबूर होना पड़ा। उनकी इस वीरता पर राष्ट्रपति ने मरणोपरांत हमीद की पत्नी रसूलन बीबी को परमवीर चक्र से सम्मानित किया। संपर्क करने पर राव ने परिवार को विश्वास दिलाया था कि ‘‘शहीद अब्दुल हमीद का नाम जल्द ही स्कूल के मुख्य द्वार पर पुनः अंकित कर दिया जाएगा, तथा यह नाम बाहरी दीवार पर पहले ही अंकित कर दिया गया है।