Edited By Anil Kapoor,Updated: 09 Jan, 2019 03:17 PM
प्रगतिशील समाजवादी पार्टी लोहिया (प्रसपा) सांप्रदायिक ताकतों को रोकने के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध है। लोकसभा चुनाव 2019 के लिए प्रसपा पूरी तरह से तैयार है और पिछड़ों, दलितों, मुसलमानों, वंचितों व गरीबों की लड़ाई को कमजोर नहीं होने देगी।
लखनऊ: प्रगतिशील समाजवादी पार्टी लोहिया (प्रसपा) सांप्रदायिक ताकतों को रोकने के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध है। लोकसभा चुनाव 2019 के लिए प्रसपा पूरी तरह से तैयार है और पिछड़ों, दलितों, मुसलमानों, वंचितों व गरीबों की लड़ाई को कमजोर नहीं होने देगी। पार्टी किसी भी सूरत में भाजपा से गठबंधन नहीं करेगी। वहीं कांग्रेस से गठबंधन की बात पर शिवपाल ने साफ किया कि उनकी पार्टी बीजेपी को छोड़ सभी सेक्युलर पार्टियों के साथ समझौते को तैयार है। प्रसपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष शिवपाल सिंह यादव ने ये बातें पार्टी मुख्यालय में हुई राज्य परिषद की बैठक में कहीं।
शिवपाल यादव ने कहा कि भाजपा की केन्द्र व राज्य सरकार के खिलाफ अभी तक प्रसपा ही एक ऐसी पार्टी है जो सड़कों पर नहीं उतरी है। अब 6 फरवरी को किसानों की समस्याओं को लेकर प्रदेशभर में सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया जाएगा। उन्होंने कहा कि जो भी दल भाजपा को हराना चाहते हैं, प्रसपा उनके साथ गठबंधन के लिए तैयार है लेकिन स्थित सम्मानजनक मिलने पर ही।
इसके साथ शिवपाल ने कहा कि हम मुलायम सिंह यादव के लिए एक सीट छोड़ेंगे, बाकी सभी सीटों पर चुनाव लड़ेंगे। सपा के साथ गठबंधन पर शिवपाल सिंह यादव ने सपा पर अपमान करने का आरोप लगाया। वहीं आर्थिक आधार पर सवर्णों को आरक्षण के कदम पर सहमति जताते हुए यादव ने कहा कि आर्थिक आधार पर गरीब सवर्णों को आरक्षण मिलना चाहिए। शिवपाल ने कहा कि हमने अपनी पिछली रैली में ही गरीब सवर्णों के लिए आरक्षण की मांग की थी, हमें खुशी है कि हमारी मांग मान ली गई है।