Edited By Tamanna Bhardwaj,Updated: 22 Dec, 2019 11:04 AM
संशोधित नागरिकता कानून (सीएए) के खिलाफ प्रदर्शनों के दौरान शुक्रवार को उत्तर प्रदेश के कई जिलों में हुई हिंसा में मृतकों की संख्या बढ़कर 13 हो गई है जिनमें 8 साल का एक बच्चा भी शामिल है। आधिकारिक सूत्रों ने शनिवार को बताया कि मेरठ जिले में 4 लोगों...
लखनऊः संशोधित नागरिकता कानून (सीएए) के खिलाफ प्रदर्शनों के दौरान शुक्रवार को उत्तर प्रदेश के कई जिलों में हुई हिंसा में मृतकों की संख्या बढ़कर 17 हो गई है जिनमें 8 साल का एक बच्चा भी शामिल है। आधिकारिक सूत्रों ने शनिवार को बताया कि मेरठ जिले में 4 लोगों की मौत हो गई। इसके अलावा वाराणसी में पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच संघर्ष में घायल हुए एक बच्चे की इलाज के दौरान मौत हो गई।
जिले |
मौतें |
गिरफ्तारी-केस दर्ज |
बिजनौर |
2 |
32 गिरफ्तार |
फिरोजाबाद |
2 |
9 गिरफ्तार, 14 केस दर्ज |
मुजफ्फरनगर |
1 |
21 केस दर्ज |
कानपुर |
2 |
- |
बुलंदशहर |
1 |
|
भदोही |
1 |
27 गिरफ्तार, 200 केस दर्ज |
संभल |
1 |
- |
मेरठ |
1 |
- |
वाराणसी |
1 |
- |
लखनऊ |
1 |
218 गिरफ्तार, 3500 केस दर्ज |
रामपुर |
1 |
|
गाजियाबाद |
- |
61 गिरफ्तार, 3350 केस दर्ज |
उन्होंने बताया कि जुमे की नमाज के बाद राज्य में कई स्थानों पर पुलिस के साथ प्रदर्शनकारियों की झड़प में छह लोगों की मौत हो गई। जिलों से मिली खबरों के मुताबिक मरने वालों में से कई की मौत गोली लगने से हुई है, मगर पुलिस महानिदेशक ने पुलिस की गोली से किसी की भी मौत होने से इनकार किया है। उन्होंने बताया कि हिंसा की वारदात में 50 से ज्यादा पुलिसकर्मी गम्भीर रूप से घायल हुए हैं।
पुलिस के मुताबिक फिरोजाबाद, मुजफ्फरनगर, बुलन्दशहर, बहराइच, भदोही, गाजियाबाद और गोरखपुर समेत 12 जिलों में उग्र प्रदर्शनकारियों ने शुक्रवार को जुमे की नमाज के बाद सड़क पर पथराव किया और आगजनी की। इन घटनाओं में कुल 667 लोगों को हिरासत में लिया गया है। हिंसा एवं आगजनी की घटनाओं में लगभग 2 दर्जन वाहन क्षतिग्रस्त हुए। प्रभावित जिलों से क्षति का आकलन करते हुए रिपोर्ट मांगी गई है।