Edited By Ramkesh,Updated: 13 Jun, 2024 02:32 PM
![by elections will be held on 9 assembly seats of up date will be announced soon](https://img.punjabkesari.in/multimedia/914/0/0X0/0/static.punjabkesari.in/2024_6image_14_26_06498806713june67-ll.jpg)
समाजवादी पार्टी (सपा) के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कन्नौज लोकसभा सीट से चुने जाने के बाद बुधवार को करहल विधानसभा सीट से दिया इस्तीफा दे दिया। करहल विधानसभा सीट समेत यूपी की 9 विधानसभा सीटें रिक्त हो गई है। इन सीटों पर अब उपचुनाव होगा। इसे लेकर जल्द ही...
लखनऊ: समाजवादी पार्टी (सपा) के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कन्नौज लोकसभा सीट से चुने जाने के बाद बुधवार को करहल विधानसभा सीट से दिया इस्तीफा दे दिया। करहल विधानसभा सीट समेत यूपी की 9 विधानसभा सीटें रिक्त हो गई है। इन सीटों पर अब उपचुनाव होगा। इसे लेकर जल्द ही चुनाव आयोग तारीख की घोषणा कर सकता है।
आप को बता दें कि हाल ही में हुए जिन 9 सीटों पर उपचुनाव होगा उस में सभी विधायकों ने लोकसभा की सीटों पर जीत दर्ज की है, ऐसे में विधानसभा की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है। सपा के राष्ट्रीय सचिव राजेन्द्र चौधरी ने बताया अखिलेश के करहल विधानसभा सीट से इस्तीफा दे दिया है। अखिलेश ने कन्नौज से सांसद बनने के बाद करहल विधानसभा सीट छोड़ने के संकेत पहले ही दे दिये थे। उन्होंने मंगलवार को इटावा में संवाददाताओं से कहा था कि वह इसकी जानकारी विधानसभा कार्यालय को जल्द ही दे देंगे।
चौधरी ने बताया कि अखिलेश के साथ-साथ फैजाबाद से नवनिर्वाचित सांसद अवधेश प्रसाद ने भी अयोध्या की मिल्कीपुर विधानसभा सीट से त्यागपत्र दे दिया है। अम्बेडकर नगर लोकसभा सीट से सांसद लालाजी वर्मा ने भी कटेहरी विधानसभा सीट से इस्तीफा दे दिया है। प्रसाद ने फैजाबाद सीट पर भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवार लल्लू सिंह को पराजित किया था। अखिलेश यादव ने हाल ही में सम्पन्न लोकसभा चुनाव में कन्नौज सीट पर जीत हासिल की थी। इससे पहले साल 2022 में वह मैनपुरी की करहल सीट से विधायक चुने गये थे। सपा प्रमुख राज्य विधानसभा में विपक्ष के नेता थे।
गौरतलब है कि हाल ही में हुए लोकसभा चुनाव में उत्तर प्रदेश की 80 लोकसभा सीटों में से समाजवादी पार्टी कांग्रेस गठबंधन को 43 सीटों पर जीत मिली है। लोकसभा में जीत से उत्साहित इंडिया गठबंधन यूपी में 9 सीटों पर होने वाले उपचुनाव को लेकर भी गठबंधन प्रत्याशी उतार सकते है। फिलहाल अब देखना होगा कि कांग्रेस और सपा का अगला कदम क्या होता है?