Edited By Deepika Rajput,Updated: 05 Dec, 2018 02:12 PM
गोकशी को लेकर बुलंदशहर में हुई हिंसा के बाद राजनीति गरमा गई है। हर कोई इस मामले को लेकर योगी सरकार को घेर रहा है। वहीं बीजेपी के गठबंधन सहयोगी शिवसेना ने बेहद चुटीले लहजे में पूछा है कि क्या यह आगामी लोकसभा चुनावों से पहले हिंसा फैलाने का प्रयास है।
बुलंदशहरः गोकशी को लेकर बुलंदशहर में हुई हिंसा के बाद राजनीति गरमा गई है। हर कोई इस मामले को लेकर योगी सरकार को घेर रहा है। वहीं बीजेपी के गठबंधन सहयोगी शिवसेना ने बेहद चुटीले लहजे में पूछा है कि क्या यह आगामी लोकसभा चुनावों से पहले हिंसा फैलाने का प्रयास है।
शिवसेना ने कहा कि गोमांस और गोहत्या जैसे मुद्दे गोवा, मिजोरम, नगालैंड, अरुणाचल प्रदेश और त्रिपुरा जैसे राज्यों में भी हैं क्योंकि वहां तो खुलेआम गोमांस खाया जाता है। मगर उन राज्यों में कभी उत्पात नहीं मचा या मॉब लिंचिंग जैसा मामला नहीं हुआ क्योंकि उन राज्यों में लोकसभा की इक्का-दुक्का सीटें हैं।
शिवसेना ने कहा कि 2014 में उत्तर प्रदेश की 80 में से 71 सीटें जीतने के कारण ही केंद्र में बीजेपी की बहुमतवाली सरकार बन सकी, मगर 2019 में उसकी पुनरावृत्ति होने की संभावना नहीं। ऊपर से सारे विरोधी एक हो गए तो बीजेपी की हार हो सकती है, यह बात कैराना लोकसभा उपचुनाव ने स्पष्ट कर दी है।
पार्टी ने कहा कि 2014 के चुनाव से पहले जिस तरह ‘मुजफ्फरनगर’ में कराया गया, वैसा अब ‘बुलंदशहर’ में कराया जा रहा है क्या?