Edited By Deepika Rajput,Updated: 07 Jun, 2018 04:13 PM
कैराना उपचुनाव की जीत से उत्साहित राष्ट्रीय लोकदल विपक्ष को एकजुट बनाए रखने के लिए बुधवार को लखनऊ में इफ्तार पार्टी का आयोजन किया। इस पार्टी में मायावती को भी निमंत्रण दिया गया, लेकिन न्योता मिलने के बाद भी बसपा ने दूरी बनाई रखी। वहीं प्रदेश...
लखनऊ: कैराना उपचुनाव की जीत से उत्साहित राष्ट्रीय लोकदल विपक्ष को एकजुट बनाए रखने के लिए बुधवार को लखनऊ में इफ्तार पार्टी का आयोजन किया। इस पार्टी में मायावती को भी निमंत्रण दिया गया, लेकिन न्योता मिलने के बाद भी बसपा ने दूरी बनाई रखी। वहीं प्रदेश कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं ने भी किनारा किया।
बता दें कि, कांग्रेस से सिर्फ पूर्व विधायक सिराज मेंहदी, प्रवक्ता जीशान हैदर व सुरेंद्र राजपूत जैसे कांग्रेसी पहुंचे हुए थे। वहीं सपा से प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम, विधान परिषद सदस्य सुनील सिंह, राजेश यादव, गुलाम मोहम्मद, अरशद खान, जगदेव सिंह व बाबर चौहान समेत अनेक नेता पहुंचे थे। रालोद उपाध्यक्ष जयंत चौधरी की मौजूदगी में आयोजित इफ्तार पार्टी में मुख्य आकर्षण कैराना की नवनिर्वाचित सांसद तबस्सुम हसन रही। इफ्तार पार्टी शुरू होने के पहले तबस्सुम का पार्टी कार्यालय पर स्वागत किया गया।
बता दें कि, बीजेपी के खिलाफ विपक्ष एकजुट हो रहा है। ऐसे में सपा, बसपा कांग्रेस सहित रालोद एक साथ मिलकर 2019 के लोकसभा चुनाव में उतर सकते हैं। कैराना उपचुनाव में रालोद उम्मीदवार तबस्सुम हसन के समर्थन में विपक्षी दलों ने अपने उम्मीदवार नहीं उतारे थे, जिसका परिणाम यह निकला कि तबस्सुम ने बीजेपी उम्मीदवार मृगांका सिंह को करारी मात दी।