Edited By Moulshree Tripathi,Updated: 29 Jan, 2021 08:33 AM
भारतीय किसान यूनियन (लोक शक्ति) ने केन्द्र के नए कृषि कानूनों के खिलाफ अपने प्रदर्शन को समाप्त करने की घोषणा की। वह पिछले 58 दिनों से दलित प्रेरणा स्थल पर प्रदर्शन कर...
नोएडा: भारतीय किसान यूनियन (लोक शक्ति) ने केन्द्र के नए कृषि कानूनों के खिलाफ अपने प्रदर्शन को समाप्त करने की घोषणा की। वह पिछले 58 दिनों से दलित प्रेरणा स्थल पर प्रदर्शन कर रहे थे। भारतीय किसान यूनियन (भानू) ने भी बुधवार को चिल्ला बॉर्डर पर चल रहे प्रदर्शन को समाप्त कर दिया था। दोनों किसान संगठनों ने दिल्ली में 26 जनवरी को ट्रैक्टर परेड के दौरान हुई हिंसा के बाद अपने संगठनों को प्रदर्शन से अलग कर लिया है।
भारतीय किसान यूनियन (लोक शक्ति) के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्योराज सिंह ने कहा कि 26 जनवरी को ट्रैक्टर परेड के दौरान दिल्ली में हुई हिंसक घटना से वह काफी आहत हैं। बीकेयू (लोक शक्ति) ने केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर से मुलाकात की और कहा कि गणतंत्र दिवस पर किसानों की ट्रैक्टर रैली के दौरान हुई हिंसा के मद्देनजर उन्होंने अपना विरोध समाप्त कर दिया ।
श्योराज सिंह ने बैठक के बाद कहा, "हम गणतंत्र दिवस पर हुई घटना की निंदा करते हैं। तनावपूर्ण स्थिति को देखते हुए और राष्ट्रहित में हमने मंत्री से कहा कि हम अपना विरोध वापस ले रहे हैं।” बीकेयू (एकता) के नेताओं ने भी तोमर से मुलाकात की और किसानों के विरोध के हिंसक होने पर चिंता जताई तथा गतिरोध खत्म करने के लिए फिर से बातचीत शुरू करने की जरूरत पर जोर दिया ।