Edited By Pooja Gill,Updated: 31 Oct, 2024 10:19 AM
लखनऊ: समाजवादी पार्टी (सपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने बुधवार को कहा कि भाजपा सरकार ने लोकतंत्र और संविधान की धज्जियां उड़ा दी हैं एवं वह पुलिस के जरिए उत्तर प्रदेश को चलाना चाहती है...
लखनऊ: समाजवादी पार्टी (सपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने बुधवार को कहा कि भाजपा सरकार ने लोकतंत्र और संविधान की धज्जियां उड़ा दी हैं एवं वह पुलिस के जरिए उत्तर प्रदेश को चलाना चाहती है। यादव ने भाजपा सरकार में भेदभाव होने का दावा करते हुए आरोप लगाया कि नौजवानों को नौकरी नहीं मिल रही है, आरक्षण से खिलवाड़ हो रहा है, संविधान को कमजोर किया जा रहा है एवं विकास का कोई कार्य नहीं हो रहा है। सपा द्वारा जारी किये गये एक बयान में उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार ने लोकतंत्र और संविधान की धज्जियां उड़ा दी हैं और वह पुलिस के जरिए उत्तर प्रदेश को चलाना चाहती है।
'पीडीए परिवार सामाजिक न्याय की लड़ाई को आगे बढ़ा रहा'
आरोप लगाया कि भाजपा सरकार एक-एक कर हर वर्ग के साथ अन्याय कर रही है। उन्होंने कहा कि गाजियाबाद में जिस निर्दयता से भाजपा सरकार की निरंकुश पुलिस ने निहत्थे वकीलों पर लाठीचार्ज किया और उनकी पिटाई की, वह बेहद निंदनीय है। बयान के मुताबिक यादव ने भाजपा सरकार पर किसी की सगा नहीं होने का आरोप लगाते हुए कहा कि यह फंसाने वाली पार्टी है तथा भाजपा के लोग खुद जानते हैं कि उनकी पार्टी लोगों को फंसाती है। भाजपा सरकार पीडीए की ताकत से घबराई हुई हैं इसीलिए राजनीतिक इतिहास का सबसे खराब और नकारात्मक नारा लेकर आई है। अखिलेश ने कहा कि पीडीए परिवार सामाजिक न्याय की लड़ाई को आगे बढ़ा रहा है और सामाजिक सद्भाव के रास्ते पर चल रहा है। उन्होंने दावा किया कि विधानसभा उपचुनाव में भाजपा सभी नौ सीट हारने जा रही है।
'भाजपा जनता के गुस्से का सामना नहीं कर पा रही'
सपा प्रमुख ने महंगाई बेरोजगारी, भ्रष्टाचार से हर वर्ग के परेशान और त्रस्त होने का दावा करते हुए कहा कि भाजपा जनता के गुस्से का सामना नहीं कर पा रही है। उन्होंने कहा कि उपचुनाव में भाजपा अधिकारियों को आगे करके चुनाव लड़ रही है, उसके बाद भी जनता भाजपा को सभी सीट पर हराएगी। यादव ने कहा कि भाजपा सरकार में अन्याय, अत्याचार और भ्रष्टाचार चरम पर है, आम जनता की कोई सुनवाई नहीं है। पुलिस ने अदालत के कमरे में पुलिस ने वकीलों को घेर कर हिंसक व्यवहार किया जिससे कई वकीलों को गंभीर चोटें आयी हैं। जब पुलिस प्रशासन वकीलों के साथ इतना बेरहमी के साथ पेश आ रहा है तो आम जनता के साथ उसका व्यवहार और आचरण कैसा होगा, इसका अंदाजा लगाया जा सकता है। भाजपा सरकार में पुलिस लोगों की मदद के बजाय उन्हें प्रताड़ित कर रही है तथा उसने न्याय तंत्र की मर्यादा को भी चकनाचूर कर दिया है।