Edited By Anil Kapoor,Updated: 08 Feb, 2025 01:13 PM
Maha Kumbh 2025: प्रयागराज महाकुंभ में बसंत पंचमी के तीसरे अमृत स्नान के बाद अब सभी अखाड़ों और कल्पवासियों ने अपनी वापसी की तैयारी शुरू कर दी है। इस दौरान प्रशासन की ओर से पूरी तरह से व्यवस्थाएं की गई हैं ताकि अखाड़ों के साधु-संत और कल्पवासी आसानी...
Maha Kumbh 2025: प्रयागराज महाकुंभ में बसंत पंचमी के तीसरे अमृत स्नान के बाद अब सभी अखाड़ों और कल्पवासियों ने अपनी वापसी की तैयारी शुरू कर दी है। इस दौरान प्रशासन की ओर से पूरी तरह से व्यवस्थाएं की गई हैं ताकि अखाड़ों के साधु-संत और कल्पवासी आसानी से वापस लौट सकें। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, मेले में आई भारी भीड़ को देखते हुए प्रशासन ने कई बड़े बदलाव किए हैं, जिनमें प्रमुख रूप से वाहनों की एंट्री पर प्रतिबंध लगाना शामिल है। 8 और 9 फरवरी को मेला क्षेत्र में बाहरी वाहनों की एंट्री पर पूरी तरह से पाबंदी होगी। इन 2 दिनों के दौरान बाहरी वाहन मेला क्षेत्र में प्रवेश नहीं कर सकेंगे। इन वाहनों को आसपास के जिलों में डायवर्जन प्वाइंट्स पर बने पार्किंग स्थलों पर रोका जाएगा। इसके अलावा, 8 से 11 फरवरी तक मेला क्षेत्र में केवल कल्पवासी और अखाड़ों के वाहनों को ही प्रवेश दिया जाएगा। इन वाहनों को रात 8 बजे से सुबह 4 बजे तक मेला क्षेत्र में प्रवेश मिलेगा, ताकि अखाड़े और कल्पवासी अपना सामान समेटकर वापस जा सकें।
अखाड़ों और कल्पवासियों की वापसी के लिए बनाए गए रूट:-
महाकुंभ में देशभर से आए अखाड़ों और कल्पवासियों की वापसी के लिए अलग-अलग दिशाओं में मार्ग बनाए गए हैं। ये मार्ग इस प्रकार हैं:
लखनऊ, अयोध्या, प्रतापगढ़ और कानपुर:
मेला क्षेत्र के सेक्टर 11-18 से पीपा पुल संख्या 18, भारद्वाज मार्ग, सिलोरी ब्रिज, मजार चौराहा, चंद्रशेखर आज़ाद सेतु से होते हुए गंतव्य तक जाएंगे।
कौशांबी मार्ग:-
मेला क्षेत्र के सेक्टर 11-18 से पीपा पुल 18, भारद्वाज मार्ग, सिलोरी ब्रिज, मजार चौराहा से हाईकोर्ट ओवर ब्रिज होते हुए गंतव्य तक जाएंगे।
जौनपुर मार्ग:-
सेक्टर 11-18 से मुक्ति मार्ग, समयामाई मार्ग, समयामाई पार्किंग, गारापुर रोड, अंटा चौराहा और भैरव कुआं से सहसों चौराहा होकर जाएंगे।
वाराणसी मार्ग:-
सेक्टर 11-18 से संगम लोअर मार्ग, ओल्ड जीटी मार्ग, अंदावा चौराहा से होते हुए वाराणसी तक जाएंगे।
मिर्जापुर-रीवा मार्ग:-
संगम लोवर मार्ग, ओल्ड जीटी मार्ग, कटका तिराहा, शास्त्री सेतु, न्यू यमुना ब्रिज, लेप्रोसी चौराहा से होते हुए मिर्जापुर-रीवा के लिए रास्ता तय किया गया है। प्रशासन ने इस रूट को लेकर सभी तैयारियां पूरी कर ली हैं ताकि वापसी में किसी भी प्रकार की कोई समस्या न हो और सभी श्रद्धालु सुरक्षित रूप से अपने घर पहुंच सकें।