रामनगरी अयोध्या में भव्य राममंदिर निर्माण में फंसा ASI का पेंच

Edited By Moulshree Tripathi,Updated: 17 May, 2020 05:49 PM

asi stuck in grand ram temple construction in ramnagri ayodhya

कोरोना संकट के मद्देनजर लागू देशव्यापी लॉकडाउन में भी रामनगरी अयोध्या में राममंदिर निर्माण कार्य धीरे-धीरे निरंतर बढ़ता रहा वहीं अब इसमें एक बड़ा पेंच आ गया है। यह पेंच परिसर के दक्षिणी-पश्चिम...

अयोध्याः कोरोना संकट के मद्देनजर लागू देशव्यापी लॉकडाउन में भी रामनगरी अयोध्या में राममंदिर निर्माण कार्य धीरे-धीरे निरंतर बढ़ता रहा वहीं अब इसमें एक बड़ा पेंच आ गया है। यह पेंच परिसर के दक्षिणी-पश्चिम किनारे पर स्थित कुबेर टीला का है। यह टीला भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग का संरक्षित स्मारक है। इसी के चलते राज्य सरकार के माध्यम से केन्द्र सरकार के संस्कृति मंत्रालय को प्रस्ताव प्रेषित किया गया है।

बता दें कि एएसआई के संरक्षण अधिनियम के अन्तर्गत 100 मीटर के दायरे में किसी प्रकार के स्थाई निर्माण पर प्रतिबंध कायम है जबकि 101 से लेकर तीन सौ मीटर तक विभागीय अनुमति लेकर निर्माण कराया जा सकता है। बताया गया कि इसी आधार पर ट्रस्ट की ओर से आवेदन प्रेषित किया गया है लेकिन अभी इस बारे में केन्द्र सरकार के निर्णय की जानकारी नहीं मिली है। फिलहाल मंदिर निर्माण की एजेंसी एल एण्डटी की ओर से सर्वे रिपोर्ट के बाद ही प्रस्ताव उ.प्र. शासन को भेजा गया। शासन के माध्यम से यह प्रस्ताव केन्द्रीय संस्कृति मंत्रालय को भेजा जाएगा।

वहीं ट्रस्ट के सूत्रों का कहना है कि जनवरी 2018 में लोकसभा में संरक्षित स्मारकों के सौ मीटर दायरे में आने वाली बड़ी परियोजनाओं को राहत देने के लिए एक विधेयक पारित किया गया था। इसी विधेयक में देश भर के सूचीबद्ध स्मारकों को तीन अलग-अलग श्रेणियों में विभाजित किया गया था। पहला राष्ट्रीय महत्व के स्मारक व दूसरा धार्मिक -सांस्कृतिक महत्व का स्मारक एवं तीसरा सामान्य स्मारक जिसमें स्तूप व टीले आदि शामिल किए गए। बताया गया कि रामजन्मभूमि परिसर में स्थित कुबेर टीला तीसरी श्रेणी का स्मारक है जिसमें आवश्यक छूट दी जासकती है।

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