Edited By Mamta Yadav,Updated: 03 Jun, 2025 04:38 PM

बागपत में एक लेफ्टिनेंट कर्नल ने आर्मी भेजकर मकान पर हो रहे कब्जे को ऐसे रुकवाया मानो दुश्मन देश पर हमला हुआ हो, हाथ में हथौड़ा लेकर आर्मी के जवान ऐसे कूदे की मानों जंग का मैदान हो और फिर जीत के सबूत के तौर पर आर्मी के ट्रक में डालकर दरवाजा संग ले गए।
Baghpat News, (विवेक कौशिक): बागपत में एक लेफ्टिनेंट कर्नल ने आर्मी भेजकर मकान पर हो रहे कब्जे को ऐसे रुकवाया मानो दुश्मन देश पर हमला हुआ हो, हाथ में हथौड़ा लेकर आर्मी के जवान ऐसे कूदे की मानों जंग का मैदान हो और फिर जीत के सबूत के तौर पर आर्मी के ट्रक में डालकर दरवाजा संग ले गए।

दरअसल, मामला कोतवाली बडौत क्षेत्र के वाजिदपुर गांव का है। जहां जम्मू कश्मीर की सिग्नल रेजिमेंट में तैनात लेफ्टिनेंट कर्नल तरुण का अपने ताऊ व पूर्व प्रधानाचार्य धीर सिंह के साथ मकान के हिस्से को लेकर विवाद चल रहा हैं। वहीं जब इसकी जानकारी लेफ्टिनेंट कर्नल तरुण के पिता ऋषिपाल को लगी तो उन्होंने अपने कर्नल बेटे को बताया जिसके बाद कर्नल के आदेश पर सैन्य वाहन में भरकर आर्मी के जवान पहुंचे और आव देखा ना ताव मकान पर हथौड़ा चला दिया और दरवाजा तोड़कर गाड़ी में रख ले गए, इसके बाद जगह-जगह मकान को भी तोड़ गए।

सबकुछ ऐसे हुआ जैसे आर्मी के जवान किसी मिशन पर आए थे, हलांकि इसका वीडियो भी धीर सिंह के परिवार ने बना लिया। हैरत की बात है की जिस गाड़ी में जवान आए उसके नंबर प्लेट और पहचान को सफेद पेपर से छिपाया गया था। वहीं पुलिस ने शिकायत और वीडियो के आधार पर कर्नल तरुण कुमार व उनके पिता ऋषिपाल सहित चार लोगों पर मुकदमा दर्ज कर लिया है और रिपोर्ट आर्मी हेडक्वार्टर भेज दी है।