Edited By Punjab Kesari,Updated: 02 Nov, 2017 12:20 PM
भारतीय पुरातत्व विभाग ने आखिरकार उस स्थान की खुदाई की इजाजत दे दी, जहां लोगों ने महाभारतकालीन ''लाक्षागृह'' होने का दावा किया है। एएसआई अधिकारियों के मुताबिक दिसंबर के पहले सप्ताह में स्थल की खुदाई का काम शुरू होगा और अगले 3 महीनों तक चलेगा...
बागपत: भारतीय पुरातत्व विभाग ने आखिरकार उस स्थान की खुदाई की इजाजत दे दी, जहां लोगों ने महाभारतकालीन 'लाक्षागृह' होने का दावा किया है। एएसआई अधिकारियों के मुताबिक दिसंबर के पहले सप्ताह में स्थल की खुदाई का काम शुरू होगा और अगले 3 महीनों तक चलेगा।
दरअसल स्थानीय लोग मानते हैं कि लाक्षागृह के ऐतिहासिक साक्ष्य बागपत के बरवाना क्षेत्र में मिलते हैं। इसी आधार पर पुरातत्वविद और स्थानीय इतिहासकार इस ऐतिहासिक स्थल की खुदाई की मांग वर्षों से करते रहे हैं। वहीं अब जाकर भारतीय पुरातत्व विभाग ने इस ऐतिहासिक स्थल की खुदाई पर सहमति दी है। पुरातत्व विभाग के साथ इंस्टीट्यूट ऑफ आर्कियोलॉजी के छात्र भी खुदाई के काम में सहयोग देंगे।
उल्लेखनीय है कि महाभारत में लाक्षागृह की महत्वपूर्ण भूमिका मानी जाती है। कौरवों ने लाख से इसको बनवाया था। इसमें पांडवों को जिंदा जलाने की साजिश रची गई थी, लेकिन सुरंग के माध्यम से उन्होंने निकलकर अपनी जान बचाई थी। बरनावा का पुराना नाम वर्णाव्रत माना जाता है। साथ ही यह भी कहा जाता है कि ये उन 5 गावों में शुमार था, जिनको पांडवों ने कौरवों से मांगा था।