Edited By Ramkesh,Updated: 22 Sep, 2024 03:40 PM
तिरुपति के प्रसिद्ध ‘लड्डू प्रसादम' में इस्तेमाल घी की गुणवत्ता को लेकर देश में मचे बवाल के बीच भाजपा के पूर्व सांसद बृजभूषण शरण सिंह ने सरकार से बड़ी मांग की है। उन्होंने कहा कि 22 जनवरी को राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा में बंटे लड्डुओं के प्रसादम् और...
गोंडा: तिरुपति के प्रसिद्ध ‘लड्डू प्रसादम' में इस्तेमाल घी की गुणवत्ता को लेकर देश में मचे बवाल के बीच भाजपा के पूर्व सांसद बृजभूषण शरण सिंह ने सरकार से बड़ी मांग की है। उन्होंने कहा कि 22 जनवरी को राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा में बंटे लड्डुओं के प्रसादम् और पूजा सामग्री में उपयोग होने वाली घी के जांच कराई जाए। उन्होंने आशंका जताई है कि हवन/पूजन सामग्री के साथ बिकने वाली घी में मिलावट हो सकती है। इसकी जांच कराई जानी चाहिए।
उन्होंने बताया कि पूजा में प्रयुक्त घी की शुद्धता की जांच निश्चित ही होनी चाहिए और अगर उसमें कोई खामी मिलती है तो दोषियों/ब्रांड्स पर सख्त कार्रवाई भी होनी चाहिए। बृजभूषण शरण सिंह ने कहा कि आमजन अपने पूजन अनुष्ठान को करने के साथ ईश्वर को खुश करने के लिए तमाम जतन कर पूजन हवन करता हैं। ऐसे में पूजन में प्रयुक्त होने वाली सामग्रियों का जांच कर उसको प्रमाणित करने की आवश्यकता है।
आप को बता दें कि तिरुपति के प्रसिद्ध ‘लड्डू प्रसादम' में इस्तेमाल घी और लड्डू में पशु चर्बी की मिलावट की जानकारी मिली है। हालांकि मंदिर बोर्ड ने श्रद्धालुओं की चिंताओं के बीच तिरुमला तिरुपति देवस्थानम (टीटीडी) ने कहा कि इस पवित्र प्रसाद की शुचिता बहाल कर दी गयी है। तिरुमला पर्वत पर स्थित श्री वेंकेटेश्वर स्वामी मंदिर का प्रबंधन करने वाले टीटीडी ने शुक्रवार रात को सोशल मीडिया पर एक पोस्ट में कहा कि श्रीवारी लड्डू की पवित्रता अब बेदाग है।'
गौरतलब है कि देश के सबसे अमीर मंदिर का प्रबंधन करने वाले बोर्ड ने शुक्रवार को खुलासा किया कि उसे गुणवत्ता की जांच के लिए भेजे गए नमूनों में घटिया गुणवत्ता के घी और चर्बी की मिलावट का पता चला है। लड्डू में पशु चर्बी की मिलावट का दावा दो दिन पहले आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन. चंद्रबाबू नायडू ने किया था। इस मुद्दे को लेकर पूर्ववर्ती वाईएसआर कांग्रेस पार्टी की सरकार पर आरोप लगाए जाने के बाद पूर्व मुख्यमंत्री वाई एस जगनमोहन रेड्डी ने इसे ‘‘ध्यान भटकाने की राजनीति'' और ‘‘मनगढ़ंत कहानी'' बताया। केंद्र ने इस मामले पर आंध्र प्रदेश सरकार से रिपोर्ट मांगी है और उचित कार्रवाई करने का वादा किया है।