Edited By Tamanna Bhardwaj,Updated: 29 Jul, 2018 12:09 PM
इलाहाबाद में भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह के दौरे पर जगह-जगह विरोध प्रदर्शन हुआ था। इतना ही नहीं बमरौली एयरपोर्ट वापस जाते समय धूमनगंज इलाके में शाह को काले झंडे दिखाए गए थे। इस दौरान शाह की सुरक्षा में लगे कमांडों...
इलाहाबादः इलाहाबाद में भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह के दौरे पर जगह-जगह विरोध प्रदर्शन हुआ था। इतना ही नहीं बमरौली एयरपोर्ट वापस जाते समय धूमनगंज इलाके में शाह को काले झंडे दिखाए गए थे। इस दौरान शाह की सुरक्षा में लगे कमांडों और पुलिसकर्मियों ने काले झंडे दिखाने वाले छात्राओं पर बल पूर्वक लाठीचार्ज किया था। बताया जा रहा है कि बीजेपी राष्ट्रीय अध्यक्ष को काला झंडा दिखाने वाली समाजवादी छात्र सभा से जुडी हुई छात्राएं थी। पुलिस ने छात्राओं के साथ 3 को गिरफ्तार कर लिया है।
बता दें कि गिरफ्तार दोनों छात्राएं खुद को समाजवादी पार्टी से जुड़ी हुई बता रही हैं। दोनों छात्राओं और एक छात्र को रविवार पुलिस ने न्यायालय में पेश कर जेल भेज दिया है। वहीं गिरफ्तारी के बाद जब पुलिस ने दोनों के बारे में और जानकारी जुटाई तो पता चला की दोनों छात्राओं के ऊपर सालभर पहले वाराणसी के लंका थाने व इटावा के सैफई में भी आधा दर्जन मामले दर्ज हैं।
पुलिस सूत्रों की मानें तो सालभर पहले बीएचयू में हुए बवाल के मामले में भी नेहा यादव का नाम आया था। जिसमें जमकर बवाल हुआ था। उस रात में भी पुलिस ने लाठीचार्ज कर बीएचयू गेट के सामने धरने पर बैठी छात्राओं को हटाने की कोशिश की थी। जिसके बाद प्रदेश भर में बीएचयू कांड पर सियासत हुई थी।
गिरफ्तार छात्राओं का कहना है कि एक तरफ पीएम मोदी और यूपी के सीएम योगी बेटी बचाओ, बेटी पढाओ अभियान चला रही हैं तो वहीं दूसरी तरफ अपने हक की आवाज को बुलंद करने वालों पर पुलिसिया जुल्म और तानाशाही पर उतारू है। सरकार छात्रों की बेरोज़गारों की नौजवानों की आवाज़ को सुनना नहीं चाहती जबकि लोकतंत्र में सभी को अपनी बात रखने का अधिकार है।