Edited By Punjab Kesari,Updated: 08 Aug, 2017 01:27 PM
यूपी के बरेली में एक बार फिर स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही उजागर हुई है। यहां समय रहते एम्बुलेंस न मिलने पर एक प्रसूता को ई-रिक्शा में ही बच्चे को जन्म देना पड़ा
बरेलीः यूपी के बरेली में एक बार फिर स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही उजागर हुई है। यहां समय रहते एम्बुलेंस न मिलने पर एक प्रसूता को ई-रिक्शा में ही बच्चे को जन्म देना पड़ा।
जानकारी के मुताबिक मामला बहेड़ी थानाक्षेत्र के शकरस गांव का है। स्थानीय निवासी नेमचंद की गर्भवती पत्नी प्रेमवती को बीती रात प्रसव पीड़ा हुई। नेमचंद ने तुरंत ही 102 एम्बुलेंस सेवा को फोन किया। आरोप है कि फोन करने पर नेमचंद को एम्बुलेंस के लिए लंबा इंतजार करना पड़ा। नेमचंद ने एम्बुलेंस न आने पर 102 पर दोबारा फोन किया, लेकिन इस बार उनसे एम्बुलेंस उपलब्ध न होने के कारण निजी वाहन से प्रसूता को अस्पताल लाने को कहा गया।
नेमचंद ने गांव में ही मौजूद ई रिक्शा की मदद से अपनी पत्नी को अस्पताल ले जाने की कोशिश की, लेकिन तब तक देर हो चुकी थी। महिला को रास्ते में ही डिलीवरी हो गई। प्रसव के बाद पीड़िता को सीएचसी बहेड़ी लाया गया, जहां जच्चा और बच्चा को प्राथमिक उपचार दिया गया। फिलहाल जच्चा और बच्चा दोनों स्वस्थ हैं।
बताया जा रहा है कि बहेड़ी सीएचसी की 102 और 108 एम्बुलेंस डीजल की कमी के चलते सेवाओं को उपलब्ध नहीं हो पा रही हैं, जिस कारण दूरस्थ ग्रामीण अंचल में स्वास्थ्य विभाग के इन आधुनिक एम्बुलेंस सेवाओं का लोगों को लाभ नही मिल पा रहा है। फिलहाल इस मामले की जांच के लिए जिलाधिकारी ने आदेश कर दिए है और रिपोर्ट के आधार पर कार्रवाई की बात कही है।