Edited By Deepika Rajput,Updated: 18 Apr, 2018 04:21 PM
देश के कई राज्यों में करेंसी की कमी होने से सियासी गलियारे में हलचल तेज हो गई है। विपक्षी दलों ने इस मुद्दे पर सरकार को घेरना शुरू कर दिया है। इसी क्रम में समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कई प्रश्न खड़े किए हैं।
लखनऊः देश के कई राज्यों में करेंसी की कमी होने से सियासी गलियारे में हलचल तेज हो गई है। विपक्षी दलों ने इस मुद्दे पर सरकार को घेरना शुरू कर दिया है। इसी क्रम में समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कई प्रश्न खड़े किए हैं। उन्होंने कहा कि कहीं केंद्र के इशारे पर जमाखोरी तो नहीं हो रही है? अगर जमाखोरी हो रही है तो सवाल ये उठता है कि सरकार क्या कर रही है?
अखिलेश यादव ने देश में करेंसी की कमी को लेकर कहा कि वर्तमान सरकार ने सबसे अधिक मात्रा में करेंसी की छपाई की है फिर भी एटीएम में नहीं है तो नकद कहां है? इतना ही नहीं अखिलेश ने कहा कि 'क्या सरकार के निर्देश पर वापस लिया जा रहा है। कागज, स्याही और मशीनों को विदेश से लाया गया था, तब भी नकदी की कमी आई है। मुझे लगता है कि भारतीय अर्थव्यवस्था को नुकसान पहुंचाने के लिए एक अंतर्राष्ट्रीय षड्यंत्र है।
उन्होंने कहा कि अगर एटीएम में कैश नहीं होगा तो व्यापार पूरी तरह से ठप हो जाएगा। ऐसे तो भारत की अर्थव्यवस्था पूरी तरह से ठप हो जाएगी। सबसे ज्यादा इस समस्या का सामना गरीबों को करना पड़ रहा है। इसकी जिम्मेदारी दिल्ली सरकार की है। यह देश की सबसे बड़ी समस्या बन चुकी है। रुपए की जमाखोरी अगर कोई कर रहा है तो उसकी भी जांच होनी चाहिए।
बीजेपी प्रवक्ता ने किया अखिलेश के बयान पर पलटवार
वहीं बीजेपी प्रवक्ता राकेश त्रिपाठी ने अखिलेश के बयान पर पलटवार किया है। उन्होंने कहा कि यह कोई अंतर्राष्ट्रीय समस्या नहीं है और ना ही देश में पैसे की कोई किल्लत है। जहां कहीं भी इस तरह की दिक्कतें आ रही हैं उनको तत्काल दूर किया जा रहा है। अखिलेश यादव अंतर्राष्ट्रीय साजिश बोलकर अपना कद बढ़ाने की कोशिश कर रहे हैंं। उनका दल क्षेत्रीय दल है वो साजिश बोलकर सुर्खियां बटोरने का काम करना चाहते हैं।