Edited By Moulshree Tripathi,Updated: 09 Feb, 2021 06:54 PM
समाजवादी पार्टी अध्यक्ष उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने मंगलवार को कहा कि भारतीय जनता पार्टी सरकार ने जनहित के कामों से दुश्मनी पाल ली है। यादव ने जारी बयान
लखनऊ: समाजवादी पार्टी अध्यक्ष उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने मंगलवार को कहा कि भारतीय जनता पार्टी सरकार ने जनहित के कामों से दुश्मनी पाल ली है। यादव ने जारी बयान में कहा कि भाजपा की सोच शायद यह है कि जब झांसा देकर सरकार बनाई जा सकती है और चार वर्ष तक चलाई जा सकती है तो काम करने की जरूरत ही क्या है। भाजपा ने मानो तय कर लिया है कि कहीं गलती से भी विकास न हो तभी तो भाजपा सरकार एक भी उल्लेखनीय काम वह नहीं गिना पा रही है।
उन्होंने कहा कि समाजवादी सरकार ने अपने कार्यकाल के उत्तरार्द्ध के ढाई वर्ष में जितने काम किए उनका कोई मुकाबला नहीं है। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार ने सबसे बड़ा धोखा किसानों को दिया है। कर्जमाफी का झूठा नाटक करने के बाद अब बहाने बनाकर किसान सम्मान निधि में दी गई धनराशि की वसूली करने में लग गई है। भाजपा की कृषि विरोधी नीतियों के चलते बुंदेलखण्ड के परेशान सैकड़ों किसानों ने आत्महत्या कर ली। भयंकर शीत में भी गाजीपुर सीमा पर किसान आंदोलन कर तीन काले कृषि कानूनों को वापस लिए जाने और एमएसपी का कानून बनाये जाने की मांग कर रहे हैं। भाजपा उनकी मांग न मानने पर खामखां अड़ी हुई है।
यादव ने कहा कि सच तो यह है कि अधूरे मन से किया गया काम कभी पूरा नहीं होता। नफरत की राजनीति का पर्याय भाजपा सरकार में समाजवादी सरकार के समय प्रारम्भ समाजवादी पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे चार साल में भी अधूरा है। निम्न गुणवत्ता का निर्माण कार्य, किनारे पर न मंडिया बनाई, नहीं रास्ते की सुविधाओं का ध्यान रखा। जब सपा सरकार आएगी तब समाजवादी पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे का नवीनीकरण होगा। मुख्यमंत्री बस निरीक्षण ही कर रहे हैं।
सपा अध्यक्ष ने कहा कि समाजवादी सरकार में झांसी मेडिकल कालेज में 500 बेड के अस्पताल के लिए बजट जारी कर दिया गया था और निर्माण कार्य भी शुरू हो गया था। इस पर एक अरब 88 करोड़ रूपए खर्च हो चुके थे लेकिन भाजपा सरकार ने काम रूकवा दिया। मात्र 42 करोड़ की जरूरत काम पूरा करने की थी पर भाजपा सरकार ने वह रकम नहीं दी, फलत: अस्पताल का विस्तार नहीं हो सका। पूर्व मंत्री एवं सांसद मोहम्मद आजम खां के प्रयासों से बने मौलाना मोहम्मद अली जौहर विश्वविद्यालय को नामानिशान मिटाने का काम सुनियोजित ढंग से भाजपा राज में चल रहा है।