Edited By Ruby,Updated: 30 Oct, 2018 10:26 AM
उत्तर प्रदेश के विभिन्न शहरों की ‘प्राणवायु’ अब जहरीली होना शुरू हो गई है। राज्य के अधिकतर प्रमुख नगरों में आज हवा की गुणवत्ता सेहत के लिए ‘बहुत खराब’ आंकी गई। केन्द्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के नेशनल एयर क्वालिटी इंडेक्स के मुताबिक उत्तर प्रदेश के...
लखनऊः उत्तर प्रदेश के विभिन्न शहरों की ‘प्राणवायु’ अब जहरीली होना शुरू हो गई है। राज्य के अधिकतर प्रमुख नगरों में आज हवा की गुणवत्ता सेहत के लिए ‘बहुत खराब’ आंकी गई।
केन्द्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के नेशनल एयर क्वालिटी इंडेक्स के मुताबिक उत्तर प्रदेश के कानपुर, गाजियाबाद, लखनऊ, आगरा और बागपत समेत कई शहरों में प्रमुख प्रदूषणकारी तत्व पार्टिकुलेट मैटर (पीएम) 2.5 की खतरनाक स्तर तक मौजूदगी रही। इनमें से कानपुर की स्थिति तो बेहद खराब रही। सूचकांक के मुताबिक उद्योग नगरी कानपुर में प्रदूषण का स्तर ‘बेहद खराब’ श्रेणी का रहा। यहां शाम 5 बजे पीएम 2.5 की मौजूदगी 400 से अधिक रही। गाजियाबाद भी ज्यादा पीछे नहीं रहा। यहां भी पीएम 2.5 का संघनन लगभग 400 ही रहा। बागपत की हवा भी ‘बहुत खराब‘ श्रेणी की रही। यहां पीएम 2.5 का संघनन औसतन 380 के आसपास रहा।
इसके अलावा नोएडा में शाम 5 बजे तक पीएम 2.5 का संघनन 379, हापुड़ में 371, बुलंदशहर में 360, मुजफ्फरनगर में 352, ग्रेटर नोएडा में 340, आगरा में 323, लखनऊ के लालबाग में 305, तालकटोरा औद्योगिक केन्द्र में 322, निशातगंज में 303 और सेंट्रल स्कूल में 284 रहा। यह सभी बहुत खराब की श्रेणी में रहे।