Edited By Mamta Yadav,Updated: 21 Mar, 2025 04:13 AM

मुगल बादशाह औरंगज़ेब को लेकर खड़ा हुआ विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। जहां एक तरफ नागपुर में औरंगज़ेब के मकबरे को लेकर बवाल हुआ जिसके बाद नागपुर जलता हुआ नजर आया। वहीं इन सब के बीच मेरठ से हिंदू संगठन के नेता ने औरंगज़ेब के मकबरे को तोड़ने वाले को 1...
Meerut News, (आदिल रहमान): मुगल बादशाह औरंगज़ेब को लेकर खड़ा हुआ विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। जहां एक तरफ नागपुर में औरंगज़ेब के मकबरे को लेकर बवाल हुआ जिसके बाद नागपुर जलता हुआ नजर आया। वहीं इन सब के बीच मेरठ से हिंदू संगठन के नेता ने औरंगज़ेब के मकबरे को तोड़ने वाले को 1 करोड रुपए देने का ऐलान किया है। साथ ही साथ इस बात का भी ऐलान किया गया कि अगर ये काम सरकार के द्वारा किया जाता है तो ये 1 करोड़ की रकम सरकारी खजाने में जमा कराई जाएगी। हिंदू संगठन के नेता ने ये बात स्पष्ट कर दी है कि औरंगज़ेब के मकबरे को तो हर कीमत पर ही हटाया जाएगा। वहीं मुगल बादशाह औरंगज़ेब के कार्यकाल में मंत्री रहे अबू मोहम्मद खान के मेरठ स्थित मकबरे को तोड़ने वाले को भी 50 लाख रुपए देने का ऐलान हिंदू संगठन के नेता के द्वारा किया गया। साथ ही साथ इस बात की मांग की गई कि मेरठ का एक प्रमुख बाजार जोकि औरंगज़ेब के मंत्री के नाम पर है उसका भी नाम सरकार के द्वारा बदला जाए।

दरअसल, मौजूदा वक्त में मुगल बादशाह औरंगज़ेब का मुद्दा तूल पकड़े हुए है। जहां नागपुर में औरंगज़ेब के मकबरे को लेकर बवाल देखने को मिला और नागपुर जलता हुआ नजर आया। वहीं इस मुद्दे पर अब मेरठ के रहने वाले हिंदू संगठन के नेता सचिन सिरोही ने मुगल बादशाह औरंगज़ेब के मकबरे को तोड़ने वाले को 1 करोड रुपए देने का ऐलान किया है। साथ ही उन्होंने इस बात को भी कहा कि अगर सरकार के द्वारा मुगल बादशाह औरंगज़ेब के मकबरे को तोड़ा जाता है तो ये 1 करोड़ की रकम सरकारी खजाने में जमा कराई जाएगी। वहीं उन्होंने इस बात को भी कहा कि औरंगज़ेब के मकबरे को आज नहीं तो कल हटाया ही जाएगा।

वहीं मुगल बादशाह औरंगज़ेब के कार्यकाल में उसके मंत्री रहे अबू मोहम्मद खान के मेरठ स्थित मकबरे को तोड़ने वाले को भी हिंदू संगठन के नेता सचिन सिरोही ने 50 लाख रुपए देने का ऐलान किया है। इस दौरान उन्होंने सरकार से मांग की कि मेरठ में स्थित एक प्रमुख बाजार आबू लेन जोकि मुगल बादशाह औरंगज़ेब के मंत्री अबू मोहम्मद खान के नाम पर है उसका नाम सरकार बदल दे।