Edited By Jagdev Singh,Updated: 10 Aug, 2019 02:10 PM
झारखंड के पलामू जिले के हुसैनाबाद सीट के विधायक कुशवाहा शिवपूजन मेहता पर कार्रवाई की तलवार लटक रही है। विधानसभा अध्यक्ष के खिलाफ बयानबाजी की वजह से उन्हें विधानसभा सचिवालय ने नोटिस भेजा है। इसमें उनके आरोपों पर स्पष्टीकरण मांगते हुए निर्देश दिया गया...
रांची: झारखंड के पलामू जिले के हुसैनाबाद सीट के विधायक कुशवाहा शिवपूजन मेहता पर कार्रवाई की तलवार लटक रही है। विधानसभा अध्यक्ष के खिलाफ बयानबाजी की वजह से उन्हें विधानसभा सचिवालय ने नोटिस भेजा है। इसमें उनके आरोपों पर स्पष्टीकरण मांगते हुए निर्देश दिया गया है कि वे तीन दिन के भीतर अपना हस्तलिखित इस्तीफा विधानसभा सचिवालय को सौंपे।
वहीं विधायक को प्रेषित नोटिस में विधानसभा के सचिव महेंद्र प्रसाद ने लिखा है कि 26 जुलाई को विधानसभा की बैठक दौरान विधायक ने आसन को सौंपे गए पत्र में सरकार के विभिन्न विभागों पर कतिपय आरोप लगाए और सरकार की ओर से निराकरण नहीं होने की स्थिति में त्यागपत्र स्वीकार करने की प्रार्थना विधानसभा अध्यक्ष से की थी। झारखंड विधानसभा की कार्य संचालन नियमावली के मुताबिक त्यागपत्र का प्रारूप किसी शर्त के साथ नहीं होता है।
सचिव ने विधायक के पत्र को असंसदीय स्वभाव का एवं धमकी के साथ दिया गया त्यागपत्र बताया, जिसे स्वीकृत करना नियमानुकूल नहीं था। इसके बाद विधायक ने बयान दिया कि 'नाकामियां छिपाने को स्पीकर ने नहीं स्वीकारा मेरा इस्तीफा', सीधे आसन को इंगित करता है, जो विधानसभा की गरिमा के प्रतिकूल है। ऐसे में पत्र मिलने के तीन दिन के भीतर विधायक विधानसभा अध्यक्ष के सम्मुख उपस्थित होकर हस्तलिखित त्यागपत्र दें, ताकि त्यागपत्र स्वीकार किया जा सके। विधायक आसन के प्रति दिए गए असंसदीय एवं अवमानना के बयान के लिए भी लिखित तौर पर माफी मांगें।