Edited By prachi,Updated: 11 Sep, 2019 11:47 AM
झारखंड के सरायकेला-खरसावां में चोरी के कथित आरोप में भीड़ द्वारा पीटे गए 22 वर्षीय तबरेज अंसारी की मौत हो गई थी। मॉब लिंचिंग केस में झारखंड पुलिस ने सभी आरोपितों के खिलाफ हत्या की धारा को हटा दिया है। इस पर सीपीआई नेता व जेएनयू के पूर्व अध्यक्ष...
पटना/रांचीः झारखंड के सरायकेला-खरसावां में चोरी के कथित आरोप में भीड़ द्वारा पीटे गए 22 वर्षीय तबरेज अंसारी की मौत हो गई थी। मॉब लिंचिंग केस में झारखंड पुलिस ने सभी आरोपितों के खिलाफ हत्या की धारा को हटा दिया है। इस पर सीपीआई नेता व जेएनयू के पूर्व अध्यक्ष कन्हैया कुमार ने बयान जारी किया है।
कन्हैया कुमार ने ट्वीट कर कहा कि भीड़ द्वारा किसी इंसान की हत्या को स्वाभाविक मौत मानने वालों को याद रहे कि भीड़ ने इंसपेक्टर सुबोध को भी नहीं छोड़ा था। यह नफरत की आग किसी को भी जला सकती है। इससे पहले कि यह भीड़ की मानसिकता सब कुछ खत्म कर दे, नफरत की इस मानसिकता को खत्म करने की जरूरत है।
बता दें कि 17 जून, 2019 की रात चोरी के आरोप में ग्रामीणों ने तबरेज अंसारी की पिटाई कर दी थी। इसके बाद 18 जून को सरायकेला पुलिस ने उसे चोरी के आरोप में गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। इलाज के दौरान 22 जून को तबरेज की मौत हो गई थी। मालूम हो कि उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर में पिछले साल दिसंबर माह में भीड़ ने स्याना थाने के इंस्पेक्टर की पीट-पीट कर हत्या कर दी थी।