Edited By Punjab Kesari,Updated: 28 Jan, 2018 02:22 PM
मोदी और योगी सरकार नारी सशक्तिकरण की बातें करती है, लेकिन दुर्भाग्य की बात है कि नारी सशक्तिकरण की बातें और योजनाएं केवल शहरों तक ही सिमटकर रह गई....
फर्रुखाबाद (दिलीप कटियार): मोदी और योगी सरकार नारी सशक्तिकरण की बातें करती है, लेकिन दुर्भाग्य की बात है कि नारी सशक्तिकरण की बातें और योजनाएं केवल शहरों तक ही सिमटकर रह गई हैं। वहीं दूसरी तरफ गांवों में रहने वाली महिलाएं जो ना तो अपने अधिकारों को जानती हैं और ना ही उन्हें अपनाती हैं।
एेसा ही एक ताजा मामला फ़र्रुखाबाद का है। जहां मेला दिखाने के बहाने से युवती के साथ आरोपी ने रेप की वारदात को अंजाम दे दिया। उधर, युवती की तहरीर पर पुलिस ने मुकदमा तो दर्ज कर लिया, लेकिन पुलिस ने पीड़िता का मेडिकल नहीं कराया।
जानकारी के मुताबिक मामला जिले के पुराना विधूना आर्य नगर का है। जहां की निवासी 21 वर्षीय युवती का आरोप है कि मेला दिखाने के बहाने से आरोपी सुरेश गुप्ता उसे कार में ले गया। जहां आरोपी ने उसके साथ कार में ही रेप किया। इसके बाद पीड़िता ने घर आकर अपनी आप बीती परिजनों की बताई।
जिसके बाद पीड़िता के परिजन पुलिस थाने में तहरीर लिखवाने पहुंचे। पुलिस ने पीड़िता की तहरीर तो लिख ली, लेकिन जब पीड़िता को मेडिकल के लिए लोहिया अस्पताल लाया गया तो वहां मेडिकल के नाम पर सिर्फ खानापूर्ति कर पीड़िता को टरका दिया गया।
वहीं पीड़िता की बहन ने आरोप लगाया है कि महिला होमगार्ड इन्दुलता और सीएमएस अखिलेश अग्रवाल ने आरोपियों से रूपए लेकर सही से मेडिकल नहीं कराया। केवल खाना पूर्ति कर दी गई है। जब इस मामले में सीएमएस अखिलेश अग्रवाल से बात करनी चाही तो उन्होंने मेडिकल करने से साफ मना कर दिया।