Edited By Punjab Kesari,Updated: 24 Sep, 2017 12:59 PM
वर्तमान के दौर में अंधविश्वास, तंत्र-मंत्र, चमत्कार जैसी चीजों पर भरोसा करना एक हद तक अपनी अज्ञानता को बढ़ावा देना है। लेकिन शिक्षा के मंदिर में ये अंधविश्वास पसर जाएं तो देश का भविष्य कहे जाने वाले....
हाथरसः वर्तमान के दौर में अंधविश्वास, तंत्र-मंत्र, चमत्कार जैसी चीजों पर भरोसा करना एक हद तक अपनी अज्ञानता को बढ़ावा देना है। लेकिन शिक्षा के मंदिर में ये अंधविश्वास पसर जाएं तो देश का भविष्य कहे जाने वाले नौनीहालों का क्या होगा? ऐसा ही झनझोर कर रख देने वाला मामला हाथरस में देखने को मिला, जहां शिक्षक पढ़ाने की जगह तांत्रिक बन बैठा है। वहीं अब शिक्षक द्वारा महिला का भूत उतारने की वीडियों खूब वायरल हो रही है।
बता दें कि जहां गांव चन्द्रगढ़ी के पूर्व माध्यमिक विद्यालय परिसर में एक शिक्षक द्वारा तंत्र-मंत्र कर एक महिला का भूत उतारे जाने का वीडिओ खूब वाइरल हो रहा है लेकिन इस कहानी में नया मोड़ आ गया है, जहां स्कूली बच्चे शिक्षक को बहाल कराने के लिए धरने पर उतारु हो गए। स्कूल के नन्हे मुन्ने छात्रों ने शिक्षक की बहाली के लिए स्कूल पर ही ताला जड़ दिया है।
उधर सस्पेंड टीचर ने संदेह जताया है. ड्रेस वितरण में कमीशनखोरी में शामिल न होने की वजह से उसके खिलाफ कार्रवाई की गई है। वहीं स्कूली बच्चों का कहना है कि उन्होंने टीचर को अच्छा और अच्छा पढ़ाने वाला बताते हुए उसकी बहाली के लिए बीएसए के खिलाफ नारेबाजी करते हुए स्कूल पर ताला जड़ दिया है।
वहीं शिक्षक का कहना है कि विभाग में विगत में टीचरों के प्रमोशन में हुए संशोधनों में भी कमीशनखोरी हुई थी। अलबत्ता बीएसए अपने ऊपर लगाए इन आरोपों से इंकार कर रही है। उनका कहना है कि उनके संज्ञान में आया था कि टीचर स्कूल में भूत उतारने का काम कर रहे है। इसी के चलते उन्हें निलंबित किया गया था। उनकी मानें तो स्कूली ड्रेस में कमीशन से उनका कोई लेना देना नहीं है।